प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 सितंबर को कई परियोजनाओं का शुभारंभ करने झारखंड के जमशेदपुर आ रहे हैं। इस दौरान वह रोड शो और जनसभा को संबोधित कर चुनावी माहौल (Jharkhand Election 2024) बनाएंगे। पीएम के कार्यक्रम को लेकर भाजपा काफी उत्साहित है। कोल्हान प्रमंडल के तहत जमशेदपुर इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से भाजपा में आए पूर्व सीएम चंपई सोरेन का गृहक्षेत्र सरायकेला इससे एकदम सटा है।
कोल्हान प्रमंडल में भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव में बुरी तरह पिछड़ गई थी। यहां की 14 सीटों पर पार्टी का खाता तक नहीं खुल पाया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास भी अपनी परंपरागत सीट पर पराजित हो गए थे। इस बार इस प्रमंडल में बढ़त लेने के लिए पार्टी मजबूत किलाबंदी में जुटी हुई है।
अहम भूमिका निभाएगा पीएम मोदी का दौरा
भाजपा नेताओं को अनुमान है कि प्रधानमंत्री का दौरा इसमें अहम भूमिका निभा सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि पीएम की सभा के समय या उससे पहले दूसरे दलों के कुछ नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। एक दिन पहले भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इस ओर इशारा किया है।
उनका दावा है कि कांग्रेस और झामुमो के कई विधायक उनके संपर्क में हैं। वे भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि सबके लिए पार्टी में जगह नहीं है। इससे इन अटकलों को हवा मिली है। हालांकि, सत्तारूढ़ झामुमो और कांग्रेस में इसे लेकर सतर्कता भी है।
कई स्तरों पर गठबंधन ने अपने नेताओं को इस मुहिम में लगाया है कि विधायकों या प्रमुख नेताओं के दल बदलने की परिस्थिति नहीं आए। चंपई सोरेन के पाला बदलने से हुए नुकसान की भरपाई भी की जा रही है। जमशेदपुर के घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामदास सोरेन को चम्पाई सोरेन के स्थान पर मंत्री बनाने की वजह भी यही है।
आरंभ होगा बड़े नेताओं का प्रवास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के बाद भाजपा का चुनाव प्रचार अभियान जोर पकड़ेगा। आरंभिक चरण की तैयारी समाप्त होने के बाद अब केंद्रीय नेताओं के प्रवास का क्रम राज्य में आरंभ होगा। रणनीतिक तौर पर यह कार्यक्रम संचालित किया जाएगा ताकि चुनाव में पक्ष में माहौल बनाया जा सके।
पार्टी उन मुद्दों पर अधिकाधिक फोकस करेगी, जो चुनाव के दौरान लाभ दिलाने में मददगार हो। प्रचार अभियान भी आक्रामक अंदाज में आरंभ किया गया है। उधर पार्टी के वरिष्ठ नेता घोषणापत्र को भी अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।