
राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में पिछले कुछ दिनों से उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है, जिस कारण ठंड का असर बढ़ गया है और कनकनी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा पूर्वानुमान में बताया गया कि राज्य में कोई बड़ा मौसमी सिस्टम सक्रिय नहीं है, फिर भी तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में अगले पांच दिनों यानी 8, 9, 10, 11 और 12 दिसंबर तक मौसम शुष्क बना रहेगा।
वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में धीरे धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और इसके बाद अगले दो दिनों तक यानी 11 और 12 दिसंबर तक तापमान में कोई बड़े बदलाव नहीं होंगे।
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र यानी पलामू, गढ़वा, चतरा और लातेहार के अलावा निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी में कहीं-कहीं शीतलहर का असर देखने को मिला।
सबसे अधिक अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस चाईबासा का, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस गुमला का रिकार्ड किया गया। वहीं, राजधानी रांची में अधिकतम 22.9 डिग्री जबकि न्यूनतम 7.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ा
बता दें कि राजधानी के तापमान में पिछले 24 घंटे के दौरान तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है, जिससे उत्तर और उत्तर-पश्चिमी जिलों में ठिठुरन और तेज हो गई है।
राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में भी कनकनी बढ़ने लगी है। अहले सुबह और देर रात ठंड का असर बढ़ने लगा है और लगातार गिर रहे तापमान ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी हैं। बताया गया कि राज्य में ठंड में उतार चढ़ाव का दौर अगले एक सप्ताह तक चलता रहेगा।
मौसम विज्ञानी ने बताया कि राजधानी के आसपास के क्षेत्रों में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।उन्होंने कहा कि राजधानी रांची में 11 दिसंबर तक सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है।
बता दें कि रविवार को कांके का अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं, मैक्लुस्कीगंज का अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
न्यूनतम तापमान 4 डिग्री पहुंचा
पिछले कुछ दिनों से चल रहे सर्द हवाओं व पहाड़ों पर जोरदार बर्फबारी के कारण मैकलुस्कीगंज इन दिनों प्रचंड ठंड की चपेट में है। इसका असर भी मैकलुस्कीगंज में देखने को मिल रहा है। बर्फीली हवाओं के थपेड़ों से मैकलुस्कीगंज में ठंड पूरे शबाब में है तापमान कहीं 4.5 डिग्री सेल्सियस तो कहीं 4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।
अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरहु व कारीटांड में पुआल पर पड़ी ओस की बूंदें जमने लगी हैं। ठंड के कारण शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। सुबह लोग देर से घरों से निकल रहे हैं।
लोगों का कहना है कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट होगी। मैकलुस्कीगंज में इस वर्ष ठंड ने समय से पहले ही जोरदार दस्तक दे दी है। दिसंबर की शुरुआत में ही तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है और सुबह की पहली धूप के साथ हड्डियों में चुभने वाली ठिठुरन महसूस हो रही है।
खेत खलिहानों में रखे पुआल पर बर्फ की चादर जमने लगी हैं, जो सामान्यतः दिसंबर के अंतिम सप्ताह में दिखाई देती थीं। मौसम विभाग के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार सुबह में न्यूनतम तापमान पांच से चार डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान करीब 25 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
आम जनजीवन प्रभावित
अचानक इस कड़ाके की सर्दी ने आम जनजीवन प्रभावित कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि मौसम में इतनी तेज बदलाव आश्चर्यजनक है। दिसंबर के पहले सप्ताह से ही घनी धुंध, शीतलहर और कड़कड़ाती ठंड ने लोगों को अपने घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया है।
सुबह सुबह अलाव जलाकर लोग गर्मी का सहारा ले रहे हैं, वहीं चाय-नाश्ते की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई है और गर्म कपड़ों की खरीदारी में तेजी आ गई है। तेज बढ़ती सर्दी बच्चों और बुजुर्गों के लिए चुनौतीपूर्ण मानी जा रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना है, जिससे ठंड का असर और तेज हो सकता है।



