
भाकपा (माओवादी) संगठन द्वारा 15 अक्टूबर को घोषित बंदी को लेकर झारखंड पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसी को लेकर मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आईजी अभियान डॉ. माइकल राज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी।
आईजी माइकल राज ने बताया कि भाकपा (माओवादी) संगठन ने 8 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और असम में “प्रतिरोध सप्ताह” और 15 अक्टूबर को एकदिवसीय बंदी की घोषणा की है। इसे लेकर झारखंड पुलिस पूरी तरह सतर्क और तैयार है।
उन्होंने कहा कि राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखना झारखंड पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। राज्य के सभी संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है। साथ ही सरकारी कार्यालयों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, प्रमुख सड़कों और बाजार क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।
आईजी ने बताया कि पुलिस के आसूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय किया गया है, ताकि किसी भी विध्वंसक गतिविधि को समय रहते रोका जा सके। उन्होंने जानकारी दी कि इस साल सुरक्षा बलों ने अब तक 32 नक्सलियों को मार गिराया है। जो शेष बचे हैं, वे जल्द ही सरेंडर करने वाले हैं। सरंडा के जंगलों में पुलिस लगातार नक्सल विरोधी अभियान चला रही है।
आईजी माइकल राज ने आम नागरिकों से अपील की कि वे निर्भीक होकर अपने दैनिक कार्य करें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। बंदी के दौरान अगर किसी को कोई असुविधा या परेशानी होती है तो पुलिस को तुरंत सूचित करें, क्योंकि पुलिस हर समय जनता की सेवा में तत्पर है।
उन्होंने राज्यवासियों से आग्रह किया कि वे किसी भी तरह की अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान न दें। झारखंड पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है और राज्य में शांति, कानून व्यवस्था तथा आम जन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।