राजस्थानराज्य

टीना डाबी ने ली जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक, बोलीं- सोशल मीडिया पर भड़काऊ और अफवाह पर रखें निगरानी

आगामी त्योहारों को शांतिपूर्ण और आपसी सौहार्द के माहौल में मनाने के लिए जिला कलेक्टर टीना डाबी की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में होलिका दहन, धुलंडी, चेटीचंड और ईद उल फितर जैसे त्योहारों के दौरान साम्प्रदायिक सद्भाव और कानून व्यवस्था बनाए रखने पर व्यापक चर्चा हुई।

कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि बाड़मेर जिले की पहचान मेल-जोल और आपसी सौहार्द से है, और यहां सभी वर्गों के लोग मिलकर त्योहारों की खुशियां साझा करते आए हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि आगामी त्योहारों को भी इसी सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं और किसी भी अफवाह अथवा विवादास्पद गतिविधि की सूचना तत्काल जिला प्रशासन या पुलिस को दें।

पुलिस को यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए दिए निर्देश
जिला कलेक्टर ने पुलिस को बाड़मेर शहर और जिले के अन्य बड़े कस्बों में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था, सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहों को रोकने और भड़काऊ तथा घृणास्पद संदेशों के प्रचार-प्रसार को रोकने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नगर परिषद को त्योहारों के दौरान शहर में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने और निराश्रित पशुओं को गौशालाओं में छोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर परिषद तथा उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा से अग्निशमन की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

खाद्य उत्पादों की जांच के दिए निर्देश
जिला कलेक्टर ने होलिका दहन के दौरान आगजनी की संभावना को देखते हुए सीएचसी एवं पीएचसी पर बर्न युनिट और चिकित्सा दलों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने त्योहारों के दौरान उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए दूध, मावा और मिठाइयों की जांच के निर्देश दिए।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्र सिंह चांदावत ने कहा, युवाओं को शांति समिति से जोड़ा जाएगा, ताकि सौहार्द की यह परंपरा आगे बढ़ती रहे। उन्होंने कहा, सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जा रही है, जिससे आपत्तिजनक पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई कर किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

सुरक्षा व्यवस्था के पुख़्ता इंतजाम
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जस्साराम ने कहा कि त्योहारों के दौरान कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिस प्रशासन की सतर्कता के साथ आमजन की जिम्मेदारी भी बनती है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं से बचें।

थार की सफलता आसाम में दोहराने की तैयारी, वेदांता चेयरमैन ने साझा किया विजन
थार रेगिस्तान के तेल क्षेत्रों ने जिस प्रकार स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान की, उसी तर्ज पर देश के नार्थ ईस्ट क्षेत्र में भी अन्वेषण बढ़ाया जा रहा है। वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने हाल में एडवांटेज आसाम कार्यक्रम के दौरान केयर्न की सफल एक्सप्लोरेशन गतिविधियों का उल्लेख करते हुए इस सेक्टर में विकास का विजन साझा किया।

उन्होंने बताया कि भूमि के ऊपर और भूमि के नीचे, दोनों तरफ प्रकृति ने प्राकृतिक संसाधनों के रूप में हमें उपहार प्रदान किये हैं। हर क्षेत्र में अब नवाचार हो रहा है। आसाम में भूमि के ऊपर चाय का उत्पादन जो पिछले 200 वर्षों से हो रहा है, वह भी आज नए बदलाव देख रहा है। वहां अब बड़े बागानों को छोड़कर छोटे बागान स्थापित हो रहे हैं। क्योंकि बड़े बागानों में दुनियाभर के नियम और परमिशन लेने की आवश्यकता होती है।

भूमिगत संसाधनों के मामले में भी नवाचार होने चाहिए। आज समय आ गया है, जब अमेरिका की तर्ज पर कम से कम सौ उद्यमी मोबाइल ड्रिलिंग मशीनों का उपयोग कर छोटे स्थान पर ही ड्रिलिंग शुरू कर सकते हैं। वहां उन्हें मालूम होता है कि कहां तेल है। आगे की व्यवस्था सरकार करती है, ऑनलाइन आवेदन दिया जाता है, स्वीकृति मिलती है और फिर वे तेल का उत्पादन कर उसे रिफाइनरी को भेजते हैं। यह सपना मैं भारत के लिए भी देख रहा हूं।

उन्होंने आगे बताया कि केयर्न वेदांता असम में तीन स्थानों पर तेल का उत्पादन कर रही है। तीनों स्थानों पर हमें पहली बार सफलता मिली है और वहां से गैस निकालकर हम चाय बागानों को दे रहे हैं। इससे उनकी उत्पादकता बढ़ रही है। पहले वे कोयले का उपयोग करते थे, अब गैस का उपयोग कर रहे हैं। आज दुनिया में भूमिगत संसाधनों के माध्यम से उन्नति हो रही है। चाहे अमेरिका हो, ऑस्ट्रेलिया हो, मध्य पूर्व हो, और हिंदुस्तान में जैसी जियोलॉजी है, वह दुनिया में कहीं नहीं है।

साथ ही, हमने लोगों से आह्वान किया है कि डाउनस्ट्रीम उत्पादन में भाग लें, चाहे वह रिफाइनरी हो, मोबिल ऑयल हो, या गैस-आधारित उद्योग हों। यह साहसिक कार्य है और यह साहस हमें हमारे देश की लीडरशिप की ऊर्जा से मिला है। उन्होंने हमें जोखिम उठाना सिखाया है। ज्ञात रहे कि बाड़मेर में तेल उत्पादन में जुटी केयर्न ऑयल एंड गैस ने हाल ही में आसाम में हाइड्रोकार्बन भंडारों की खोज के लिए ड्रिलिंग शुरू की है। इसमें बाड़मेर के युवा उद्यमी और यहां की टेक्निकल टीम भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

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