
करोड़ों रुपये के टेंडर घोटाले में अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों पर गाज गिरी है। एक्सईएन, एसडीओ से लेकर जेई तक सात अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके स्थान पर लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों को चार्ज साैंपा गया है।
इस मामले में अमृतसर के एक बड़े समाजसेवी पर भी गाज गिरने वाली है। यह समाजसेवी अक्सर पंजाब सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर नजर आता है।
अमृतसर के सबसे पॉश इलाका रंजीत एवेन्यू में विकास कार्य के लिए 52 करोड़ रुपये का टेंडर नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा पास किया गया था। टेंडर अमृतसर के एक नामवर ठेकेदार को दिया गया था। टेंडर को जारी करते समय नियमों का पालन नहीं किया गया और एक तरफा कार्रवाई करते हुए टेंडर दिया गया है। जब इसकी शिकायत की गई तो मामले की जांच शुरू हुई।
इसको प्रभावित करने के लिए ठेकेदार के नजदीकी और शहर के एक समाज सेवी द्वारा पुलिस अधिकारियों की मदद ली गई। जिसके चलते मामला गर्मा गया। अमृतसर के एडीसी रैंक के अधिकारी द्वारा इसकी शिकायत ऊपर तक की गई। इसके बाद मुख्यमंत्री और गृह विभाग द्वारा एक्शन लेते हुए पहले एसएसपी विजिलेंस लखबीर सिंह को सस्पेंड किया गया। अब इस मामले में अमृतसर नगर सुधार ट्रस्ट के निगरान इंजीनियर शतभूषण सचदेवा, ट्रस्ट इंजीनियर रविंद्र पाल सिंह, विक्रम सिंह, सहायक ट्रस्ट इंजीनियर सुख निरपाल सिंह, शुभम पिपेश, मनप्रीत सिंह और मनदीप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।
लोकल बॉडी विभाग के सचिव द्वारा मंगलवार की शाम को यह आदेश जारी किया गया है। करोड़ों रुपये के टेंडर के मामले की जांच शुरू हो चुकी है। सरकार का कहना है कि यह अधिकारी जांच को प्रभावित कर सकते हैं इसलिए इन सबको सस्पेंड किया गया है।



