मध्यप्रदेशराज्य

दमोह: अस्पताल से चोरी हुई नवजात को पुलिस ने देर रात बरामद किया

दमोह जिला अस्पताल के एमसीएच वार्ड से गुरुवार दोपहर चोरी हुई चार दिन की नवजात बच्ची को पुलिस ने देर रात जटाशंकर इलाके से बरामद कर लिया। आरोपी महिला ने पुलिस से कहा कि वह बच्ची उसकी है और आज ही उसका जन्म हुआ है, जबकि ऐसा नहीं था। नवजात बच्ची चार दिन पहले जन्मी थी। पुलिस ने बच्ची को महिला से बरामद किया और उसकी मां को सौंप दिया है। मां की गोद में जाते ही बच्ची ने रोना बंद कर दिया, इससे पहले वह दोपहर से लगातार रो रही थी। संक्रमण होने के चलते नवजात को एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

क्या है पूरा मामला
पथरिया थाना के उमराव गांव निवासी वर्षा पति रुद्र सिंह गोंड ने बताया कि गुरुवार दोपहर वह अपनी बच्ची के साथ वार्ड में पलंग पर लेटी हुई थी। इस दौरान एक काली साड़ी पहने महिला उसके पलंग के पास आकर बैठ गई और उससे बातें करने लगी। उस समय उसके पति सो रहे थे और ननंद बाहर थी। काफी देर बातें करने के दौरान वर्षा की नींद लग गई। जब उसकी नींद खुली तो उसके पास से 4 दिन की बच्ची गायब थी और वह काली साड़ी पहने महिला भी वहां मौजूद नहीं थी। परिजन जब वार्ड के अंदर पहुंचे, तो उन्हें भी बच्ची नहीं मिली। इसके बाद जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर राकेश राय को घटना की जानकारी दी गई। वह भी तुरंत वार्ड में पहुंचे और महिला से जानकारी लेने के बाद कोतवाली पुलिस को सूचना दी।

सीसीटीवी में कैद हुई आरोपी महिला
कोतवाली टीआई आनंद सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर पहले महिला से घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वार्ड में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई, जिसमें एक महिला नवजात बच्चे को ले जाते हुए दिखाई दी। पुलिस ने अस्पताल के अन्य सीसीटीवी फुटेज देखे। थोड़ी देर बाद पुलिस को वह ऑटो चालक भी मिल गया जिसने महिला को जिला अस्पताल के गेट के बाहर से बैठाया था। पुलिस ने ऑटो चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि महिला कहां रहती है और उसने उसे कहां छोड़ा था। रात में पुलिस जटाशंकर निवासी महिला लक्ष्मी सेन के पास पहुंच गई, जहां चोरी हुई बच्ची रोते हुए मिली। पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो उसका कहना था कि बच्ची उसकी है, उसने एक दिन पहले ही उसे जन्म दिया है। नवजात बच्ची की मां ने अपनी बच्ची को तुरंत पहचान लिया, जिसके बाद उसे मां के सुपुर्द किया गया। संक्रमण के चलते नवजात को एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया। रात में जैसे ही मां ने अपनी बच्ची को देखा उसकी आंखों से आंसू बहने लगे। मासूम भी मां की गोद में जाकर चुप हो गई। फिलहाल, उसका इलाज चल रहा है।

आरोपी महिला के नवजात बच्चे की हाल ही में हुई थी मौत
एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि जिला अस्पताल से चोरी हुई नवजात बच्ची को पुलिस ने कुछ ही घंटों में बरामद कर लिया गया है। बच्ची का जन्म पथरिया में हुआ था। बीमार होने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए थे। जिस महिला के पास बच्ची मिली है, उसके नवजात बच्चे की कुछ समय पहले मौत हो गई है और वह मानसिक रूप से परेशान दिख रही है। महिला का दावा था कि यह बच्ची उसकी है, जबकि ऐसा नहीं है। जिस महिला की बच्ची चोरी हुई थी, उसने अपनी बच्ची को पहचान लिया है। बच्ची को मां के सुपुर्द कर दिया गया है।

अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था करेंगे मजबूत
एसपी ने कहा कि जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो। अगर, इस मामले में आगे कोई नई जानकारी सामने आई और आवश्यकता पड़ी तो बच्ची का डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा कि जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना बेहद जरूरी है। इसके लिए तीन से चार दिनों में व्यवस्थाओं में सुधार के प्रयास शुरू कर दिए जाएंगे।

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