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दिल्ली: आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक एलिवेटेड रोड तैयार

एक महीने के भीतर इससे आवाजाही शुरू हो जाएगी। इससे वाया आनंद विहार पूर्वी दिल्ली, ट्रांस हिंडन और नोएडा के बीच सफर करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के बीच निर्माणाधीन सिग्नल फ्री प्रोजेक्ट तकरीबन तैयार है। एक महीने के भीतर इससे आवाजाही शुरू हो जाएगी। इससे वाया आनंद विहार पूर्वी दिल्ली, ट्रांस हिंडन और नोएडा के बीच सफर करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। करीब 1.44 किमी लंबे काॅरिडोर के तीन सिग्नल व जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। फर्राटे के साथ अपनी मंजिल की तरफ जा सकेंगे। वहीं, आनंद विहार मेगा ट्रांसपोर्ट हब तक पहुंचना भी आसान होगा।

पीडब्ल्यूडी अधिकारी बताते हैं कि पूर्वी दिल्ली के अहम सिग्नल फ्री एलिवेटेड कॉरिडोर का काम पूरा है। फिलवक्त इसका रंग-रोगन किया जा रहा है। हफ्तेभर में इसको भी पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद प्रोजेक्ट का उद्घाटन होगा। उम्मीद है कि जुलाई के पहले पखवाड़े में लोग इससे सफर करने लगेंगे। आनंद विहार-अप्सरा बॉर्डर के बीच सीधा जाने वाला ट्रैफिक एलिवेटेड काॅरिडोर से गुजरेगा जबकि सड़क के दोनों ओर की घनी बसावट के मुसाफिर इसके नीचे से जा सकेंगे। ट्रैफिक दो हिस्सों में बंटने से जाम से पूरी तरह निजात मिल जाएगी। वाहन चालक तेजी से आगे बढ़ सकेंगे।

तीन रेड लाइट हो जाएंगी बंद
सिंगल पिलर पर बनाए गए एलिवेटेड कॉरिडोर के शुरू होने से रोड नंबर-56 पर श्रेष्ठ विहार, रामप्रस्थ और विवेक विहार की रेड लाइट बंद हो जाएंगी और रोड पूरी तरह सिग्नल फ्री हो जाएगा। इससे लोगों को जाम से निजात मिल जाएगी। इसके आसपास बसी कॉलोनियों के लोगों की सहूलियत के लिए कॉरिडोर पर चढ़ने व उतरने के लिए दो स्थानों पर लूप भी बनाए गए हैं। काॅरिडोर के शुरू होने से पूर्वी दिल्ली के लोगों के साथ सीमा से सटे गाजियाबाद व नोएडा के लोगों को भी लाभ होगा। इन तीन रेड लाइट को हटाने की लंबे समय से मांग की जा रही थी।

डेढ़ लाख वाहन चालकों को होगा सीधा फायदा
पीडब्ल्यूडी का अनुमान है कि कॉरिडोर पर रोजाना डेढ़ लाख के करीब वाहन दौड़ेंगे। इससे वाहन चालकों के 11.07 मिनट बचेंगे। साथ ही 1.50 लाख टन के करीब कार्बन डाई आक्साइड का उत्सर्जन भी कम होगा। अनुमान के अनुसार सालाना 16.57 लाख लीटर ईंधन की खपत भी कम होगी।

2022 में शुरू हुआ था प्रोजेक्ट
काॅरिडोर का शिलान्यास 10 अक्तूबर 2022 को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया था। 15 महीने का यह प्रोजेक्ट तयशुदा समय में पूरा नहीं हो सका। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों का कहना है कि काॅरिडोर का ढांचागत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब पिलर आदि पर पेंटिंग के साथ ही सड़क चिन्ह बनाने का काम किया जा रहा है। जुलाई में इसे जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए उद्घाटन की तारीख जल्द तय की जाएगी।

परियोजना की खास बातें

  • कुल लंबाई : 1.44 किमी
  • कुल लागत : 257 करोड़
  • साइकिल ट्रैक, ग्रीन बेल्ट और फुटपाथ बनाया जाएगा

आनंद विहार मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब को भी मिलेगा फायदा
इस काॅरिडोर से आनंद विहार मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब को भी फायदा मिलेगा। यहां पर रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, डीटीसी बस टर्मिनल और मेट्रो होने के साथ ही आने वाले दिनों में आरआरटीएस का काॅरिडोर भी जुड़ने वाला है, इसलिए आनंद विहार से अप्सरा बार्डर तक सिग्नल फ्री सफर लाखों लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। इस काॅरिडोर का इस्तेमाल दिल्ली, गाजियाबाद व नोएडा के साथ ही अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए भी सुविधाजनक होगा। इससे आनंद विहार के पास वाहनों का दबाव भी कम होगा।

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