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दिल्ली: आप का आज से ‘दीया जलाओ’ अभियान, गोपाल राय का नया फरमान जारी

दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम में बदलाव के कारण आने वाले 15 दिनों में वायु प्रदूषण बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए हमारा फोकस इस बात पर है कि दिवाली पर पटाखे जलाने पर कैसे नियंत्रण किया जाए।

प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हम आज शाम से दीया जलाओ अभियान शुरू कर रहे हैं। अभी भी हवा में पीएम 2.5 बढ़ रहा है। पराली जलाने का असर अब बढ़ रहा है। हम व्यवस्था कर रहे हैं कि पंजाब, हरियाणा जाने वाले वाहन दिल्ली में प्रवेश न करें। अगर भाजपा सरकारें केवल सवाल उठाएंगी, तो काम कौन करेगा। एक सप्ताह पहले नरेला-हरियाणा सीमा से इसकी (पराली जलाने की) कुछ घटनाएं सामने आई थीं, कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली में पराली के लिए बायो-डीकंपोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एनसीआर में 18 फीसदी लोग पटाखे चलाने की तैयारी में :
दिवाली से पहले हुए एक सर्वे में दावा किया गया है कि इस बार दिल्ली-एनसीआर के 18 फीसदी लोग त्योहार पर पटाखे चलाने की तैयारी में हैं। हालांकि खुशी की बात यह है कि सर्वे में शामिल 55 फीसदी लोगों ने पटाखे चलाने से इन्कार किया है। नौ फीसदी ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कहा कि उन्हें पता है एनसीआर में प्रतिबंध के बावजूद उन्हें कहां से पटाखे मिल सकते हैं और वे पटाखे खरीदने भी वाले हैं। लोकल सर्किल नामक एजेंसी ने 10,526 लोगों से बात कर यह सर्वे जारी किया।

हवाओं की दिशा बदलने व गति कम होने से बिगड़े हालात
हवा की गुणवत्ता खराब होने से पूरे दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की चादर छा गई है। मौसम विभाग का कहना है कि खासकर हवाओं की दिशा बदलने और इनकी गति कम होने से हालत और बिगड़ी है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन महसूस हो रही है। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, रविवार को हवा दक्षिण-पूर्व दिशा से चली। इस दौरान हवा की गति 8 किलोमीटर प्रतिघंटा रही।

5.5 प्रतिशत हिस्सा वायु प्रदूषण में पराली का
डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक रविवार को हवा में वाहनों के धुएं से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 13.028 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.208 फीसदी रही। वहीं शनिवार को पराली के धुएं की प्रदूषण में हिस्सेदारी 5.5023 फीसदी रही।

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