इसमें दिल्ली पुलिस के 35 हजार जवान, 19 हजार हाेमगार्ड और 220 कंपनियां केंद्रीय सुरक्षा बलों की होंगी। इसके अलावा दिल्ली सरकार के कर्मी शामिल होंगे।
विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने के लिए इस बार एक लाख से अधिक कर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसमें दिल्ली पुलिस के 35 हजार जवान, 19 हजार हाेमगार्ड और 220 कंपनियां केंद्रीय सुरक्षा बलों की होंगी। इसके अलावा दिल्ली सरकार के कर्मी शामिल होंगे। शुक्रवार को प्रेसवार्ता में दिल्ली की मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर एलिस वाज ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया में शामिल होने वाले कर्मियों को तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया गया है। दो चरण पूरे हो चुके हैं। तीसरा चरण भी एक-दो दिन में पूरा हो जाएगा।
विधानसभा चुनाव के लिए 2696 मतदान स्थानों में 13766 मतदान बूथ बनाए गए हैं। इसमें 70 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक केंद्र विशेष रूप से महिला कर्मचारी संचालित करेंगी। वहीं, 70 मतदान केंद्रों का प्रबंधन और संचालन पूरी तरह से दिव्यांग संभालेंगे।
70 मतदान केंद्र विशेष रूप से युवाओं की चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी और सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित किए जाएंगे। मतदाताओं को बूथ परिसरों में आसानी से अपने मतदान केंद्र खोजने में सहायता करने के लिए सभी जिला चुनाव अधिकारी रंग कोड के अनुसार मतदान केंद्र स्थापित करेंगे।
किसी विशेष मतदान केंद्र को सौंपा गया विशिष्ट रंग कोड मतदाता सूचना पर्ची में दिया जाएगा। जरूरतमंद मतदाताओं के लिए 4,217 व्हीलचेयर उपलब्ध कराई जाएंगी। चिकित्सा आपात स्थिति के मामले में तत्काल सहायता के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक चिकित्सा दल तैनात किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, छोटे बच्चों वाले माता-पिता की सहायता के लिए क्रेच सुविधा उपलब्ध होगी। अभी तक 70 फीसदी मतदाता पर्चियां बांटी जा चुकी हैं। जल्द ही 100 फीसदी का लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
पांच हजार से अधिक शिकायतें मिलीं
अधिकारियों ने बताया कि सी-वीजिल एप पर अब तक कुल 5,244 शिकायतें मिली हैं, जिनमें सबसे अधिक शिकायतें उत्तरी जिले में 1,049 और सबसे कम शाहदरा में 136 दर्ज कराई गई हैं। यह एप नागरिकों के लिए चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी देने के लिए है। इससे अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित होती है। सभी शिकायतों के लिए औसत प्रतिक्रिया समय केवल 35 मिनट है। वहीं, कतार प्रबंधन प्रणाली एप और वेबपेज मतदाताओं को मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर वास्तविक समय की भीड़ के स्तर की निगरानी की जानकारी देगा। मतदाता लंबी कतारों के कारण अपना वोट डाले बिना ही चले जाते हैं। इस ऐप के साथ वे भीड़ का अपडेट भी लाइव ले सकते हैं, जिससे उन्हें मतदान केंद्र तक पहुंचने में आसानी होगी।
दो विधानसभा क्षेत्रों में लगेंगी दो-दो ईवीएम
70 विधानसभा सीटों में से दो सीटों पर सबसे ज्यादा उम्मीदवार हैं। इसमें नई दिल्ली से 23 और जनकपुरी में 16 उम्मीदवार हैं। ऐसे में इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के दिन दो-दो ईवीएम लगाई जाएंगी। वहीं, कुल 21584 ईवीएम, 20692 कंट्रोल यूनिट और 18943 वीवीपैट होंगी।
राजधानी में मतदाता
कुल मतदाता :-15614000
पुरुष :-8376173
महिला :-7236560
अन्य :-1267
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के 900 से अधिक मामले दर्ज
राष्ट्रीय राजधानी में पांच फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के कथित उल्लंघन के 900 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। ये मामले सात जनवरी को एमसीसी लागू होने से लेकर 30 जनवरी के बीच दर्ज किए गए है।
दिल्ली पुलिस के इलेक्शन सेल की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया है कि इस अवधि के दौरान आबकारी अधिनियम सहित विभिन्न कानूनी प्रावधानों के तहत कुल 29,172 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। चुनाव से पहले, पुलिस ने सीमा चौकियों पर सतर्कता बढ़ा दी है। हथियारों, शराब और ड्रग्स की तस्करी सहित अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई की है।
सेल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस ने कथित एमसीसी उल्लंघन के 916 मामले दर्ज किए हैं और 426 अवैध हथियार और 487 कारतूस जब्त किए हैं। हथियार अधिनियम के तहत 439 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 99,285 लीटर शराब जब्त की है और 1,194 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा 75.4 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 166.993 किलोग्राम ड्रग्स और 1,200 से अधिक प्रतिबंधित इंजेक्शन जब्त किए हैं। पुलिस ने अब तक 162 लोगों को गिरफ्तार किया है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने 10.10 करोड़ रुपये नकद और 37.39 किलोग्राम चांदी भी जब्त की है। 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए मतदान पांच फरवरी को होगा, जबकि मतों की गिनती आठ फरवरी को होगी।