
राजधानी दिल्ली की सड़के अब दिन ही नहीं रात में भी यात्रियों के लिए सुरक्षित होंगी। लोक निर्माण विभाग ने उत्तरी दिल्ली की पांच प्रमुख सड़कों पर चैनेज मार्किंग की परियोजना शुरू की है।
लोक निर्माण विभाग ने उत्तरी दिल्ली की पांच प्रमुख सड़कों पर 17.90 लाख रुपये की लागत से चैनेज मार्किंग की परियोजना शुरू की है। हाई-क्वालिटी पेंट और रिफ्लेक्टिव सामग्री से तैयार ये मार्किंग्स नेविगेशन को आसान बनाएंगी और सड़क रखरखाव और सुरक्षा में भी बदलाव लाएंगी। इससे दिल्ली की सड़कों पर रात का सफर और भी सुरक्षित और सुगम होगा।
दिल्ली जैसे व्यस्त महानगर में यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए यह तकनीक बेहद कारगर रहेगी। पीडब्ल्यूडी ने उत्तरी दिल्ली सब डिवीजन के अंतर्गत एनआर-11, 12, 13, 14 और 15 जैसी प्रमुख सड़कों पर चैनेज मार्किंग का काम शुरू किया है। इसकी कुल लागत 17.90 लाख रुपये है। इस काम को इसी महीने मानसून आने से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दिल्ली के अन्य हिस्सों की सड़कों पर भी इस तरह की चैनेज मार्किंग की योजना है।
नए सिरे से सड़क बनेगी, पंप भी लगेंगे
उत्तरी दिल्ली में औचंदी से दरियापुर गांव तक एनआर-15 की सड़क को नए सिरे से बनाया जाएगा। इस पर रिफ्लेक्टिव चैनेज मार्किंग की जाएगी और जलभराव वाले स्थानों पर स्थायी पंप सेट लगाए जाएंगे। इस काम के लिए पीडब्ल्यूडी ने करीब 37.44 लाख रुपये अतिरिक्त धनराशि तय की है। इस परियोजना को 13 जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
दिल्ली को और स्मार्ट शहर बनाने की पहल
चैनेज मार्किंग न केवल ड्राइवरों को सही दूरी का अंदाजा देगी, बल्कि सड़क रखरखाव और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई को भी आसान बनाएगी। सड़कों पर नियमित अंतराल पर दूरी अंकित होगी, दिशा-निर्देश स्पष्ट होंगे। इससे नेविगेशन, सड़क रखरखाव और दुर्घटना को रोकने में सफलता मिलेगी। रात में ड्राइविंग ज्यादा सुरक्षित होगी।