दिल्लीराज्य

दिल्ली में अभी जहरीली रहेगी हवा, सांसों पर बना रहेगा संकट

राजधानी में वायु प्रदूषण बीते 11 दिनों से बेहद खराब श्रेणी में बरकरार है। आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार पहुंच सकता है।

राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर भारत में हवा बहुत खराब है। हवा की गति धीमी होने से वायु गुणवत्ता खराब बनी हुई है और अभी कम से कम दो दिन यही स्थिति बनी रहने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली में शाम चार बजे औसत एक्यूआई 352 दर्ज किया गया। 300 से अधिक एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में आता है।

इनके अलावा, एनसीआर के गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम समेत उत्तर भारत के ज्यादातर बड़े शहरों में एक्यूआई 200-300 के बीच रहा, जो खराब श्रेणी में आता है। दिल्ली में सुबह धुंध की वजह से दृश्यता में गिरावट दर्ज की गई। सफदरजंग एयरपोर्ट में सुबह सात बजे दृश्यता 700 मीटर रिकॉर्ड की गई।

वहीं, पालम में सुबह साढ़े सात बजे के बीच दृश्यता 1000 मीटर रही। इससे वाहन चालकों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। डिसिजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक हवा में पराली से होने वाली वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी सबसे अधिक 15.313 फीसदी रही। जबकि ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 12.122 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.138 फीसदी रही। सीपीसीबी के अनुसार बृहस्पतिवार तक वायु प्रदूषण की यही स्थिति रहने वाली है। इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा। लोगों को बेहद खराब हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ेगा।

डीजेबी को कारण बताओ नोटिस
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने सेप्टेज प्रबंधन मामले में की कार्रवाई के बारे में बताया है। डीपीसीसी ने सूचित किया है कि उसने अनधिकृत कॉलोनियों में सीवरेज नेटवर्क उपलब्ध नहीं कराने पर जुर्माना लगाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी में सेप्टेज प्रबंधन के मुद्दे पर सुनवाई करते हुए अधिकरण ने समिति से जवाब मांगा था।

पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बदलाव के आसार
राजधानी में आने वाले कुछ दिनों में न्यूनतम के साथ अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आएगा। बृहस्पतिवार को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। इससे पहड़ों में बर्फबारी होगी। इसके साथ ही पहाड़ों से आने वाली हवाएं यहां ठंड का अहसास कराएगी।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार को कुछ स्थानों पर सुबह स्मॉग, हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा व धुंध रहने की संभावना है। शाम व रात में स्मॉग-धुंध की संभावना। इस दौरान मुख्य रूप से आसमान साफ रहेगा। ऐसे में अधिकतम 33 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।

राजधानी में सुबह व शाम हल्की ठंड का अहसास हो रहा है। सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक के साथ 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक के साथ 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा। रिज में सबसे कम न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

एक्यूआई 400 पार होने की संभावना
राजधानी में वायु प्रदूषण बीते 11 दिनों से बेहद खराब श्रेणी में बरकरार है। आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार पहुंच सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ों पर बर्फबारी नहीं होने से ठंडी हवाएं नीचे नहीं पहुंच रही हैं। इससे दिन के साथ रात के तापमान में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है और प्रदूषण के कण फैल रहे हैं। जैसे ही ठंडी हवाएं यहां पहुंचेगी, प्रदूषण के कण स्थिर हो जाएंगे। इससे हवा दम घोंटू हो सकती है।

भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक बृहस्पतिवार तक हवा बेहद खराब श्रेणी में रहेगी। डिसिजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के अनुसार अगले चार दिनों तक प्रदूषण में बाहरी स्रोत हवा को प्रभावित करेंगे। वहीं, स्थानीय स्रोतों में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी लोकल ट्रांसपोर्ट की रहेगी। इसके अलावा पराली जलने पर भी दिल्ली की हवा खराब होगी। मौसमी दशाओं के प्रतिकूल होने के साथ प्रदूषकों की मात्रा में बढ़ोतरी होगी। दिल्ली का एक्यूआई गंभीर स्तर में पहुंच सकता है। ऐसे में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप-3) की पाबंदियां भी लागू होने सकती हैं।

Related Articles

Back to top button