अब लोगों को कच्ची कॉलोनियों में बिजली कनेक्शन के लिए डीडीए से एनओसी लेने की जरूरत नहीं होगी। बुधवार को मुख्यमंत्री आतिशी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि भाजपा शासित डीडीए ने कच्ची कॉलोनियों में बिजली कनेक्शन के लिए एनओसी की अनिवार्यता कर दी थी। इससे लोगों को भटकने और रिश्वत देने को मजबूर होना पड़ रहा था, लेकिन अब 1731 कच्ची कॉलोनियों में बिजली मीटर लगवाने के लिए एनओसी की जरूरत नहीं होगी। 15 दिन में कनेक्शन मिल जाएगा।
आतिशी ने कहा कि कच्ची कॉलोनियों में 10 साल पहले तक बुरा हाल था। वोट मांगने तो नेता इन कॉलोनियों में पहुंच जाते थे, लेकिन बिजली, सड़क, पानी, सीवर लाइन की सुध नहीं लेते थे। 10 साल से जब से केजरीवाल सरकार बनी कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को हर संभव सहूलियत मिलने लगी। उन्हें स्वरूप विहार एक्सटेंशन, वेस्ट कमल विहार, मोहन गार्डन, विपिन गार्डन, नवादा एक्सटेंशन सहित कई इलाकों के लोगों ने समस्याओं से अवगत किया था। इसके बाद दिल्ली सरकार ने ये फैसला लिया है कि मीटर लगवाने के लिए किसी भी प्रकार की एनओसी की जरूरत नहीं होगी। उन्हें बिजली कंपनियां निर्धारित 15 दिन में कनेक्शन देंगी। कंपनियों को आदेश दे दिया गया है कि बिना एनओसी के कच्ची कॉलोनियों में मीटर लगाए जाएं।
पीएम-उदय कॉलोनियों में नए बिजली कनेक्शन लग सकते हैं : डीडीए
नई दिल्ली। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर डीडीए ने दिल्ली के लैंड पूलिंग क्षेत्रों में डिस्कॉम को बिजली कनेक्शन देने का आदेश जारी किया है। अब पीएम-उदय कॉलोनियों में बिजली कनेक्शन जारी किए जा सकते हैं। डीडीए में हाल ही में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।अधिसूचित पीएम-उदय कॉलोनियों, लाल डोरा और विस्तारित लाल डोरा क्षेत्रों में बिजली कनेक्शन जारी किया जा सकता है। वहीं, पूरी तरह से घेरी गई निजी भूमि के खाली टुकड़ों के लिए और पीएम-उदय कॉलोनियों की सीमा के बाहरी क्षेत्र में स्थित न होने पर भी कनेक्शन जारी किया जा सकेगा। डीडीए से किसी भी तरह का स्पष्टीकरण और एनओसी लेने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
दिल्ली में जनाधार खो चुकी आप : कांग्रेस
नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने बुधवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल का चुनावों से पहले दिल्लीवालों के नाम पत्र लिखने का सिलसिला 11 वर्षों से जारी है, लेकिन जनता उनके गुमराह करने वाले बयानों से प्रभावित नहीं होगी। दिल्ली में आप जनाधार खो चुकी है। इस बारे में उन्हें मालूम हो चुका है। इस कारण भावनात्मक पत्र लिखकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। केजरीवाल के सिर्फ छह माह जेल में रहने से टूटी सड़कों की मरम्मत, सीवर सफाई, पानी सप्लाई और अस्पतालों की बदहाली नहीं सुधर गई। दस सालों में किए गए अधूरे कामों को चार महीनों में पूरा करना संभव नहीं है। केजरीवाल पर चुनाव से पहले मतदाताओं को बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधा बंद होने की बात कहकर डरा रहे हैं। जनता भाजपा और आप के बीच चल रही लड़ाई से तंग आ चुकी है।