देश में दिवाली को लेकर तैयारी तेज हो गई है। इस बीच, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) ने बड़ा निर्णय लिया है। उसने दीपावली और छठ पर्व पर आतिशबाजी के लिए समय-सीमा निर्धारित की है।
इन त्योहारों के दौरान रात्रि आठ से दस बजे तक ही पटाखे फोड़ सकेंगे। पिछली बार दीपावली में जमकर आतिशबाजी हुई थी।
लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और जमकर आतिशबाजी की। यही निर्देश छठ पूजा में सुबह के अर्घ्य के समय छह से आठ बजे तक है। क्रिसमस और नववर्ष के अवसर पर भी 35 मिनट आतिशबाजी की समय-सीमा निर्धारित की गई है।
31 अक्टूबर को है दीपावली
जेएसपीसीबी के क्षेत्रीय कार्यालय के अनुसार, 31 अक्टूबर दीपावली है। इससे एक दिन पहले और दीपावली वाले दिन वायु एवं ध्वनि प्रदूषण का स्तर मापा जाएगा।
बताया गया कि 125 डेसिबल से अधिक शोर वाले पटाखे नहीं जलाएं। शांत क्षेत्रों (अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान, न्यायालय, धार्मिक संस्थानों से 100 मीटर से कम दूरी वाले क्षेत्र) में पटाखा फोड़ना वर्जित है। समूह में पटाखा फोड़ें। कम आवाज और ग्रीन पटाखा जलाने को प्राथमिकता दें। लड़ीवाले पटाखों का प्रयोग नहीं करें।
स्ट्रीट लाईट मरम्मत कार्य आरंभ, दीपावली व छठ महापर्व के पूर्व मिहिजाम होगा रौशन
दीपावली (Diwali 2024) और छठ (Chhath Puja 2024) महापर्व को ध्यान में रखते हुए मिहिजाम नगर परिषद ने क्षेत्र के मुख्य सड़क समेत प्रत्येक वार्ड में स्ट्रीट लाइट का मरम्मत कार्य शुरू किया गया है। नगर परिषद के संविदा कर्मी आटोमेटिक बिजली वाहन के सहारे खराब लाइट के उपकरणों को सुव्यवस्थित करने में लग गए हैं।
नई लाइट नहीं लगाई जा रही है, हालांकि कई बिजली के खम्भे में अंधेरा पसरा हुआ है। जिसे मरम्मत करने के लिए नगर परिषद की ट्रीपर वाहन का उपयोग किया जा रहा है। जिसमें बिजली कर्मियों को स्ट्रीट लाईट मरम्मत कार्य करने में काफी सहूलियत हो रही है।
लाईट मरम्मत कर रहे संविदा कर्मी जितेश प्रसाद दास ने बताया कि अभी तक सैकड़ों खराब स्ट्रीट लाइट व स्विच को मरम्मत कर उसके उपकरणों को बदल कर ठीक किया जा चुका है।
इस मामले में मिहिजाम नगर परिषद अध्यक्ष कमल गुप्ता ने बताया कि सभी वार्डों व गलियों में खराब पड़े स्ट्रीट लाइट की मरम्मत की जा रही है। पूजा उत्सव के पूर्व मिहिजाम को रोशन करने का प्रयास चल रहा है।