राष्ट्रीय

देश में कोरोना महामरी का कहर, पिछले 24 घंटे में मिले 1 लाख 79 हजार ज्यादा नए मामले

देश में कोरोना की तीसरी लहर के बीच इसकी रफ्तार बेकाबू हो चुकी है. कोरोना वायरस के पिछले 24 घंटे के दौरान 1 लाख 79 हजार 729 नए केस सामने आए हैं जबकि 146 लोगों की जान चली गई. इसके बाद देश में कुल कोरोना के मामले बढ़कर अब 3 करोड़ 57 लाख 7 हजार 727 हो चुके हैं. जबकि, इस महामारी से अब तक कुल मरनेवालों की संख्या 4 लाख 83 हजार 936 हो गई है. कोरोना के नए केस के बाद अब सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7 लाख 23 हजार 619 हो गई है. हालांकि, कोरोना महामारी से अब तक अब तक 3 करोड़ 45 लाख 172 लोग ठीक हो चुके हैं. 

ओमिक्रोन का आंकड़ा बढ़कर हुआ 4 हजार पार

देश में ओमिक्रोन के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 4,033 हुई. महाराष्ट्र और राजस्थान में ओमिक्रोन के सबसे ज़्यादा 1,216 और 529 मामले हैं. ओमिक्रोन के 4,033 मरीज़ों में से 1,552 मरीज़ डिस्चार्ज हो गए हैं. ओमिक्रोन के बढ़े खतरे और कोरोना की बेकाबू रफ्तार के बीच वैक्सीनेशन अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है. अब तक 151 करोड़ वैक्सीनेशन की डोज दी जा चुकी है. देश में रविवार को कुल 13 लाख 52 हजार 717 सैंपल टेस्ट किए गए थे. यानी, कल तक 69 करोड़ 15 लाख 75 हजार 352 सैंपल टेस्ट कराए जा चुके हैं.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया करेंगे राज्यों के साथ बैठक

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कोविड मामलों में तीव्र वृद्धि के बीच स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार को पांच राज्यों एवं एक केंद्रशासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ संवाद करेंगे. समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्रीय मंत्री राजस्थान, मध्य प्रदेश, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र एवं केंद्रशासित प्रदेश दादर एवं नागर हवेली एवं दमन और दीव के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ डिजिटल माध्यम से संवाद करेंगे.

पीएम मोदी ने की हालात की समीक्षा

एक दिन पहले कोरोना संक्रमण के 1 लाख 59 हजार 632 नए मामले सामने आए थे. कोरोना की बेकाबू रफ्तार के बीच पीएम मोदी ने हालात की रविवार को समीक्षा की. उन्होंने जिलों में पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा तैयार करने और किशोरों के टीकाकरण अभियान को मिशन मोड के आधार पर बढ़ावा देने का आह्वान किया.

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कोराना वायरस के बदलते स्वरूप का उल्लेख करते हुए जांच और टीकों के अलावा ‘जीनोम सीक्वेंसिंग’ सहित अन्य संबंधित मामलों के शोध की आवश्यकता पर बल दिया. कोविड पर नियंत्रण के लिए मास्क के इस्तेमाल और उचित दूरी के पालन की जरूरत को रेखांकित करते हुए उन्होंने हल्के व बगैर लक्षण वाले संक्रमण के मामलों में घरों में पृथकवास की जरूरत पर बल दिया.

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