अध्यात्म

धनतेरस पर इन कार्यों से बनाएं दूरी, जानें इस दिन क्या करें और क्या न करें?

सनातन धर्म में कार्तिक माह का अधिक महत्व है। इस महीने में कई पर्व मनाए जाते हैं। इनमें धनतेरस भी शामिल है। इस त्योहार से दीपोत्सव की शुरुआत होती है। यह उत्सव 5 दिनों तक चलता है। पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस (Dhanteras 2024) का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मत है कि सच्चे मन से भगवान धन्वन्तरि की पूजा-अर्चना करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है। साथ ही जातक और उसके परिवार के सदस्यों पर भगवान धन्वन्तरि, मां लक्ष्मी, और भगवान गणेश की कृपा बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन कुछ कार्यों को करने से जातक को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और भगवान धन्वन्तरि नाराज हो सकते हैं। ऐसे में आइए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि धनतेरस के दिन क्या करें और क्या न करें?

धनतेरस के दिन क्या करें
धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान धन्वन्तरि की उपासना करें।
सोने-चांदी या मिट्टी के मां लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमा लाएं।
उत्तम चीजों को खरीदना शुभ माना जाता है।
गरीब लोगों में दान करें।
इस दिन से लेकर भाई दूज तक संध्याकाल में दीपक जलाने चाहिए।
झाड़ू, सूखा धनिया और पीतल के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है।
घर की विशेष सफाई करें।
इसके अलावा घर को लाइट समेत आदि चीजों से सजाएं।

धनतेरस के दिन क्या न करें
घर को गंदा न रखें। मान्यता है कि मां लक्ष्मी का वास साफ-सफाई वाली जगह पर होता है।
किसी के प्रति मन में गलत विचार धारण न करें।
बातचीत के दौरान किसी को गलत न बोलें।
बड़े-बुर्जुग और महिलाओं का अपमान न करें।
इस दिन अशुभ चीजों को खरीदने से बचना चाहिए।
कांच के बर्तन खरीदने से बचें, क्योंकि इसे नकारात्मकता लाने वाला माना जाता है।
मांस-मदिरा का सेवन न करें।
तामसिक चीजों को खाने से बचना चाहिए।

इन चीजों को खरीदना होता है शुभ
धनतेरस के दिन सोने या चांदी, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, बर्तन, झाड़ू, सूखा धनिया समेत आदि शुभ चीजें खरीदें। धार्मिक मान्यता है कि इन चीजों को घर लाने से जातक पर भगवान धन्वन्तरि और मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। साथ ही जीवन में कभी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।

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