
वर्ष 2025 में धीमी शुरुआत के बाद प्राइमरी मार्केट तेजी (Primary Market Trends) पकड़ता दिख रहा है। अगले तीन से छह महीने के दौरान एक दर्जन से अधिक कंपनियां आईपीओ (Upcoming IPOs in India) लाने के लिए तैयार हैं। मर्चेंट बैंकर्स का कहना है कि सेकेंडरी बाजार में स्थिरता लौटने और भू-राजनीतिक मोर्चे पर तनाव कम होने के कारण आईपीओ में यह तेजी आई है।
इन प्रमुख कंपनियों के आईपीओ आने वाले हैं
इन कंपनियों में एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL), कल्पतरु, रूबिकॉन रिसर्च, ऑल टाइम प्लास्टिक्स, रिग्रीन-एक्सेल ईपीसी इंडिया और पारामेसु बायोटेक शामिल हैं।
इनके अलावा क्रेडिला, एसके फाइनेंस, वैरिटास फाइनेंस, पारस हेल्थकेयर, CIEL एचआर सर्विसेजष अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज, ड्रॉफ-केटल केमिकल्स इंडिया, ब्रिगेड होटल वेंचर्स और श्रीजी शिपिंग भी आईपीओ लाने की तैयारी में हैं।
इन सभी कंपनियों को मार्केट रेगुलेटर सेबी की मंजूरी मिल चुकी है। ये कंपनियां अपने बिजनेस के विस्तार, पुराना कर्ज लौटाने तथा सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों के लिए आईपीओ से पैसे जुटाना चाहती हैं।
पिछले साल मई तक 29 आईपीओ आए थे
पिछले महीने छह आईपीओ आए हैं। इनमें लग्जरी होटल चेन द लीला की पैरंट कंपनी स्कलॉस बैंगलोर भी शामिल है। हालांकि पिछले साल से तुलना करें तो इस वर्ष अभी तक कम आईपीओ आए हैं। 2024 में मई तक 29 आईपीओ आ चुके थे, जबकि इस वर्ष साल के पहले पांच महीने में सिर्फ 16 आईपीओ आए हैं। घरेलू और वैश्विक परिस्थितियों के चलते इक्विटी मार्केट में उतार-चढ़ाव को इस सुस्ती का कारण माना जा रहा है।
पूरे 2024 में 91 कंपनियां पब्लिक इश्यू लेकर आई थीं और उन्होंने 1.6 लाख करोड़ रुपए जुटाए थे। इस वर्ष की शुरुआत भले धीमी हुई हो, लेकिन आगे IPO market में तेजी की संभावना है। साल की दूसरी छमाही के लिए अधिक संख्या में कंपनियां आईपीओ के लिए आवेदन कर रही हैं।
मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल लिमिटेड के इन्वेस्टमेंट बैंकिंग डायरेक्टर साहिल किनखाबवाला ने बताया कि दूसरी छमाही में बड़ी संख्या में कंपनियां पब्लिक इश्यू लॉन्च करने की तैयारी में हैं। आकर्षक कीमत वाले आईपीओ के लिए निवेशकों में अच्छी डिमांड भी है।
65 कंपनियों को सेबी की मंजूरी
इस वर्ष अभी तक 65 कंपनियों को सेबी की मंजूरी मिल चुकी है और इतनी ही कंपनियां मंजूरी के इंतजार में हैं। इनमें HDB Financial Services का आईपीओ भी शामिल है। इसमें एचडीएफसी बैंक की अभी 94.36 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
एनएसडीएल आईपीओ में 5.1 करोड़ शेयर जारी करना चाहती है। हालांकि इसने पहले 5.72 करोड़ शेयर बिक्री का प्रस्ताव दिया था। सेबी ने एनएसडीएल को 31 जुलाई 2025 तक का एक्सटेंशन दिया है।