
ओडिशा के केबलांग थाना अंतर्गत सारंडा जंगल के लंगलकटा में शनिवार तड़के नक्सलियों के आइइडी विस्फोट में झारखंड में पदस्थापित 134 सीआरपीएफ बटालियन के एएसआइ सत्यवान सिंह (34) शहीद हो गये. इस घटना के बाद ओडिशा-झारखंड सीमा पर स्थित सारंडा जंगल में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है. साथ ही नक्सलियों की मदद कर रहे ग्रामीणों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी शुरू होने की सूचना है.
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर का निवासी था शहीद एएसआइ सत्यवान सिंह
झारखंड कोबरा बटालियन, 134 सीआरपीएफ बटालियन व ओडिशा पुलिस की ओर से सारंडा जंगल में शुक्रवार की रात संयुक्त कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया गया था. इस ऑपरेशन के दौरान शनिवार तड़के लंगलकटा में आइइडी विस्फोट में सीआरपीएफ के एएसआइ सत्यवान कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये थे. उनके पैर में गंभीर चोटें लगीं थीं. उन्हें इलाज के लिए राउरकेला अपोलो अस्पताल लाया गया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. शहीद सत्यवान कुमार सिंह का पार्थिव शरीर राउरकेला एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर से रांची भेजा गया. वहां से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर भेजने की व्यवस्था की गयी है. राउरकेला एसपी नीतेश वाधवानी और ओडिशा के पश्चिमांचल डीआइजी ब्रजेश कुमार राय ने अपोलो अस्पताल पहुंचकर शहीद जवान का पार्थिव शरीर रांची भेजने की सारी व्यवस्था की.
27 मई को लूटे गये विस्फोटकों का पता लगाने के लिए चलाया जा रहा था कॉम्बिंग ऑपरेशन
सुंदरगढ़ जिले के केबलांग थाना क्षेत्र स्थित बांको खदान से 27 मई से नक्सलियों ने करीब पांच टन विस्फोटक लूट लिया था. ओडिशा और झारखंड के सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने सारंडा के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर इसका अधिकतर हिस्सा बरामद कर लिया है. लेकिन अभी भी बड़ी मात्रा में विस्फोटक नक्सलियों के पास है. इसकी बरामदगी के लिए लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. शुक्रवार की रात शुरू किया गया तलाशी अभियान भी इसी का हिस्सा था.
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शोक व्यक्त किया
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सीआरपीएफ एएसआइ की मौत पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ओडिशा-झारखंड सीमा पर तलाशी अभियान के दौरान आइइडी विस्फोट में सीआरपीएफ के एएसआइ सत्यवान सिंह के बलिदान के बारे में जानकर दुख हुआ. उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर सेवा और साहस का सर्वोच्च मानदंड स्थापित किया है. मैं शहीद जवान की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.
झारखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार सुबह ओडिशा-झारखंड सीमा पर नक्सल रोधी अभियान के दौरान आइइडी विस्फोट में जान गंवाने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 134वीं बटालियन के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआइ) सत्यभान कुमार सिंह (34) के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. रांची में सीआरपीएफ की 133 बटालियन के मुख्यालय में दिवंगत जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था. सोरेन ने पत्रकारों से कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। हम इस दुख की घड़ी में जवान के परिवार के साथ हैं. गंगवार ने भी घटना पर दुख जताया और इसे दर्दनाक बताया. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष तक देश में नक्सलवाद को खत्म करने के प्रयास किये जा रहे हैं और इसके लिए बल सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं.