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नफे सिंह राठी हत्याकांड: बहादुरगढ़ में थाने पहुंची सीबीआई, गाड़ी का किया मुआयना

नफे सिंह राठी की 25 फरवरी की शाम 5 बराही फाटक के नजदीक नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन दलाल की गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। मामला की जांच अब सीबीआई कर रही है। गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआई की टीम पांच दिन में दूसरी बार बहादुरगढ़ पहुंची।

इनेलो प्रदेश अध्यक्ष रहे नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन दलाल हत्याकांड मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी सीबीआई की टीम पांच दिन में दूसरी बार बहादुरगढ़ पहुंची। टीम ने लाइनपार थाना में खड़ी नफे सिंह राठी की फार्च्यूनर गाड़ी की जांच की। आरोपियों की आई-20 गाड़ी की भी छानबीन की। इस दौरान उनके साथ लाइनपार थाना एसएचओ संदीप कुमार भी रहे। टीम ने करीब एक घंटे तक जांच पड़ताल की। इसके बाद वापस लौट गई।

चार दिन पहले सीबीआई के एडिशनल एसपी प्रशांत श्रीवास्तव, डीएसपी महेंद्र सिंह व उनकी टीम बहादुरगढ़ में पहुंची थी और टीम ने एसआईटी, एसएचओ संदीप कुमार, बहादुरगढ़ में डीएसपी महेंद्र सिंह को साथ लेकर वारदात स्थल का मौका मुआयना किया था और अधिकारियों से केस के बारे में जानकारी ली थी। सोमवार को दूसरी बार दो गाड़ियों में सीबीआई के अधिकारी लाइनपार थाना पहुंचे और यहां पर खड़ी नफे सिंह राठी की फॉर्च्यूनर गाड़ी और आरोपियों द्वारा वारदात के लिए प्रयोग की गई आई-20 गाड़ी की जांच पड़ताल की। सीबीआई अधिकारियों ने हरियाणा पुलिस से वारदात से संबंधित रिकॉर्ड मांगा है।

यह भी घटना
नफे सिंह राठी की 25 फरवरी की शाम 5 बराही फाटक के नजदीक नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन दलाल की गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी, जबकि उनके भांजे संजय और गनमैन संजीत कबलाना गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मामले में लाइनपार थाना पुलिस ने पूर्व विधायक नरेश कौशिक, नगर परिषद चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी, कर्मवीर राठी के पुत्र कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम के पुत्र सतीश नंबरदार, उनके भतीजे राहुल और गौरव, नप के वाइस चेयरमैन पालेराम शर्मा, कांग्रेस नेता विजेंद्र राठी, संदीप राठी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। केस को लेकर एसआईटी सभी से पूछताछ कर चुकी है।

हत्याकांड में अनसुलझे हैं कई सवाल
इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन हत्याकांड में अभी कई सवाल अनसुलझे हैं। अभी तक पुलिस यह पता नहीं कर पाई है कि हत्याकांड में किन हथियारों का इस्तेमाल किया गया। हथियार किसने उपलब्ध कराए। जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है उनकी इस मामले में क्या भूमिका रही है। कई सवाल मामले में अनसुलझे हैं।

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