अन्तर्राष्ट्रीय

नहीं थम रहा रूस का यूक्रेन पर हमला, कई राज्यों में भारी तबाही

रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से ज्यादा समय से चल रहा संघर्ष दिन-प्रतिदिन और भयावह रूप लेता जा रहा है। दूसरी ओर इसके फिलहाल खत्म होने के भी दूर-दूर तक कोई आसान नहीं दिख रहे हैं। कारण है कि इन दिनों यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में रूस ने खूब बम बरसाएं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि रूस कई इलाकों में लगातार हमले कर रहा है, जिनमें नागरिकों की मौतें हो रही है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि रूस ने ऊर्जा ठिकानों और आम आबादी के इलाकों को निशाना बनाया है।

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबे पोस्ट में लिखा कि लगभग हर रात रूस हमारे लोगों पर अलग-अलग हथियारों से हमला करता है। ड्निप्रो, जापोरिजझिया, खारकीव, चेर्निहिव और ओडेसा क्षेत्रों में हमले हुए हैं। उन्होंने दावा किया इन हमलों में दुर्भाग्य से कई लोग मारे गए और अनगिनत लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि सिर्फ एक हफ्ते में रूस ने करीब 1,500 ड्रोन, 1,170 गाइडेड बम और 70 से ज्यादा मिसाइलें दागीं, जिनसे घरों और ऊर्जा ढांचे को भारी नुकसान हुआ।

यूक्रेन के कई इलाके में लगातार हो रहे हमले

बता दें कि रूस ने यूक्रेन के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार हमले किए। इसके तहत बीते दिनों निप्रॉपेट्रोस में रूसी हवाई हमले में चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे। इसी क्रम में ओडेसा में रूसी लड़ाकू विमानों ने कई ट्रकों पर बम गिराए, जिससे दो लोगों की मौत और तीन लोग घायल हो गए। इतना ही नहीं खेरसोन में रूस ने ड्रोन, तोपों और हवाई हमलों से 20 से ज्यादा गांवों पर हमला किया गया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हुई और कई घरों को नुकसान पहुंचा।

इसके साथ ही माइकोलाइव शहर के पास रूसी इसकंदर-एस मिसाइल गिरी, जिससे एक 20 साल के युवक की मौत और 19 लोग घायल हुए। घायलों में दो बच्चे भी हैं और जापोरिजझिया: यहां भी रूसी हमले में एक नागरिक मारा गया और कई घर तबाह हो गए। कुल मिलाकर हमलों के बाद करीब 60,000 लोगों की बिजली चली गई। यूक्रेन की बिजली कंपनी उक्रेनेर्गो ने कहा है कि देश में अस्थायी बिजली कटौती लागू की जाएगी ताकि सिस्टम को संभाला जा सके।

ऊर्जा ठिकानों पर बढ़ा खतरा

रूस के इन दिनों लगातार ऊर्जा ठिकानों पर किए जा रहे हमलें को लेकर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस सर्दियों से पहले हमारे ऊर्जा तंत्र को तबाह करना चाहता है। हम अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों की मदद से ऊर्जा ढांचे को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने अमेरिका, नॉर्वे, जर्मनी, नीदरलैंड, कनाडा, ब्रिटेन, इटली, जापान, स्पेन और यूरोपीय आयोग का आभार जताया। अंत में जेंलेंस्की ने कहा कि रूस का लक्ष्य हमारे लोगों को कष्ट देना है, लेकिन हम डटे रहेंगे। हम अपने सहयोगियों के समर्थन के लिए आभारी हैं, यूक्रेन के साथ खड़े हर देश को धन्यवाद।

पलटवार की तैयारी में यूक्रेन

हालांकि यूक्रेन ने भी रूसी हमलों के जवाब में कार्रवाई किए। यूक्रेनी एजेंसियों के अनुसार, मॉस्को क्षेत्र की कोल्त्सेवॉय पाइपलाइन, जो ईंधन की मुख्य सप्लाई लाइन है, उसपर हमला किया गया जिससे तीनों पाइपलाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। वहीं, रूस ने दावा किया कि उसकी वायु रक्षा ने 164 यूक्रेनी ड्रोन गिराए, जिनमें 39 काला सागर और 26 क्रीमिया के ऊपर थे। इसके अलावा, यूक्रेनी ड्रोन ने रूस के तुआप्से शहर में एक तेल टर्मिनल और टैंकर को नुकसान पहुंचाया।

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