नीतीश कुमार ही बिहार में एनडीए का चेहरा होंगे? भाजपा अध्यक्ष नड्डा के दौरे के बाद जदयू की दो टूक
जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि आगामी 2025 का विधानसभा चुमाव माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व और उनके चेहरे पर ही होगा। इस बात में किसी भी तरह का दूसरा कोई भी गुंजाइश नही है। विधानसभा चुनाव एनडीए एकजुट होकर विकास के मुद्दे पर बिहार की जनता के पास वोट मांगने के लिए जाएंगे। वहीं विपक्ष संविधान को हाथों में लेकर देश की जनता को गुमराह करने में लगी है।
सांसद संजय झा ने विपक्ष को कहा वह सिर्फ संविधान को हाथों में लेकर देश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है लेकिन देश की जनता बड़ी समझदार है वह सोच समझकर अपने हिसाब वोट दिया करती है जिसका परिणाम लोकसभा में जदयू के जीते सीटों के हिसाब से अनुमान लगाया जा सकता है। यह बातें उन्होंने दरभंगा में एम्स के शिलान्यास स्थल का निरीक्षण के दौरान कही है उन्होंने कहा देश मे जम्मू कश्मीर के अलावा ऐसा कोई भी राज्य नही है जहाँ दो दो एम्स हो यह सौभाग्य सिर्फ बिहार को मिला है जहां प्रधानमंत्री एक साथ दो एम्स देने का काम किया है। इसके लिए केवल मिथिला ही बल्कि पूरा उत्तर बिहार के लोग 13 नवंबर को शिलान्यास कार्यक्रम में उपस्थित होकर प्रधानमंत्री के प्रति कृतज्ञता प्रकट करेंगे।
लोगों के पास जाकर वोट मांगते हैं
आगे विधानसभा का चुनाव भी है इसको हम सभी एनडीए के साथी मिलकर लड़ेंगे। आपने देखा ही अभी हाल ही हुए लोकसभा के चुनाव में इस पूरे मिथिला क्षेत्र कितनी भारी जीत के साथ काफी संख्या में सीटे मिली है। प्रधानमंत्री जी का काफी बिहार के उपर नही मिथिला पर काफी आशीर्वाद है।इस शिलान्यास कार्यक्रम को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व इस कायक्रम को ऐतिहासिक बनायेगे। उन्होंने बिना नाम लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग संविधान लेकर लोगों को गुमराह करने में लगे है लेकिन हमलोग पॉजिटिव सोच लेकर चुनाव में विकास की बात करके लोगों के पास जाकर वोट मांगते हैं। काम करके लोगों से वोट मांगना यह कोई गलत काम तो नही है। हम काम करके लोगों से वोट मांगते है।
एक नए अध्याय की शुरुआत होगी
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि दरभंगा में एम्स का शिलान्यास पर्व की तरह मनाया जाएगा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 नवंबर दरभंगा के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी ।विकसित भारत में स्वास्थ्य सेवा में एक क्रांति आएगी। बिहार की धरती पर यह दूसरे एम्स होगा जिससे आठ करोड़ से अधिक लोगों के लिए स्वर्णिम भविष्य और ऐतिहासिक विकाश की सौगात होगी। पीएम मोदी जी द्वारा सहमति देने के बाद मिथिला में उत्साह, कार्यकर्ता में जोश का माहौल को देखते हुए तैयारी की जा रही है।