अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल में फिर कांपी धरती, महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके

राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने कहा कि उसने सुबह 633 बजे काठमांडू से 450 किलोमीटर पश्चिम में अछाम जिले के बटुलासैन में 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया। भूकंप से किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। इससे पहले 8 मार्च को पश्चिमी नेपाल के बागलुंग जिले में 4.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।

पश्चिमी नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप से किसी तरह के नुकसान या हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं सामने आई है। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने कहा कि उसने सुबह 6:33 बजे काठमांडू से 450 किलोमीटर पश्चिम में अछाम जिले के बटुलासैन में 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया।

हालांकि, भूकंप से किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है। इसके बाद लोग डरे-सहमे घर से बाहर की ओर भागे। इससे पहले 8 मार्च को पश्चिमी नेपाल के बागलुंग जिले में भी 4.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।

इससे पहले भी आया था भूकंप
देश के कई राज्यों सहित नेपाल, चीन से लेकर तिब्बत तक 7 जनवरी को तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे। नेपाल में तेज भूकंप आने के चलते बिहार में भी धरती डोली। बिहार के कई जिलों में इसका असर दिखा।

तिब्बत (Tibet Earthquake) में भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला है। वहां कई इमारतें धराशायी हो गई हैं, जिससे 32 लोगों की मौत हुई थी और 38 लोग घायल बताए गए थे।

भूकंप से तबाही
बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मोतिहारी, बेगूसराय, मुंगेर, शिवहर और सारण में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेपाल में भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र चीन के कंट्रोल वाले तिब्बत में था।

Related Articles

Back to top button