पंजाब सरकार व पुलिस प्रशासन को जेल से लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले समेत बैरकों से मोबाइल व नशा बरामद होने के कारण लगातार हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट से फटकार खानी पड़ रही है। पंजाब में जेलों में चलाए जाने वाले सर्च ऑपरेशन्स के दौरान बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद होते हैं। ऐसे में एआई कैमरा से पुलिस को इन पर रोक लगाने में काफी मदद मिलेगी।
पंजाब की जेलों से नशा व मोबाइल फोन मिलने के मामले रोकने के लिए सरकार अब जेलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से युक्त कैमरे लगाएगी।
कैमरे लग जाने के बाद जेल या फिर कैदी की बैरक के पास कोई भी संदिग्ध गतिविधि होने पर तुरंत ही अधिकारियों के पास एक अलर्ट पहुंच जाएगा। इसके साथ ही जेल में आने-जाने वालों का फुल बॉडी स्कैन किया जाएगा। कैदियों पर इस तरह की निगरानी करने वाला पंजाब देश का दूसरा राज्य होगा। इससे पहले गुजरात की वडोदरा की जेल में कैदियों पर निगरानी व सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
जेल परिसरों में एआई आधारित सीसीटीवी निगरानी प्रणाली लग रही है। पंजाब पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की ओर से पंजाब की आठ जेलों में अब इस पर काम चल भी रहा है। यदि जेल परिसर या बैरक के बाहर से या आसपास से कोई भी सामान अंदर फेंका जाता है, तो तुरंत अलार्म बज उठेगा। इससे जेल के हर कैदी पर नजर रखने में आसानी होगी।
जेलों की क्षमता से ज्यादा कैदी हैं बंद
हाल ही में पंजाब पुलिस की ओर से हाईकोर्ट में एक हलफनामा दिया गया था। इसमें पंजाब जेल पुलिस प्रबंधन ने बताया था कि प्रदेश की सभी जेलों में तय संख्या से ज्यादा कैदी बंद हैं। ऐसे में यह साबित होता है कि पंजाब की जेलें गैंगस्टरों, कुख्यात अपराधियों और अन्य अपराधियों की बढ़ती संख्या के आगे छोटी पड़ने लगी हैं।
पंजाब जेल पुलिस प्रशासन के मुताबिक जेलों में डीआईजी जेल के चार में से दो, सुपरिंटेंडेंट सेंट्रल जेल/एआईजी के 11 में से छह, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के 68 में से 20, असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट के 123 में से 38 और अन्य स्टाफ के 3192 में से 1382 पद रिक्त हैं।
सात फरवरी को हाईकोर्ट में देनी है रिपोर्ट
पंजाब जेल पुलिस प्रशासन ने एआई तकनीक युक्त कैमरे और बॉडी स्कैनर इंस्टाल करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। फरवरी के मध्य तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इंस्टॉलेशन का काम शुरू हो जाएगा। पंजाब की प्रमुख जेलों में एआई कैमरे और बॉडी स्कैनर इंस्टाॅल करने में चार से पांच महीने का समय लगेगा।
गुजरात के बाद पंजाब की जेल में अब कोई व्यक्ति नशा, मोबाइल या अन्य प्रतिबंधित सामान छिपाकर न ले जा सके इसके लिए अब जेलों में एक्सरे बेस्ड फुल बॉडी स्कैनर व अन्य उपकरण लगाए जाएंगे। पंजाब की जेलों में नई सुरक्षा व्यवस्था अपनाएं जाने को लेकर सात फरवरी को पंजाब पुलिस को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में प्रोग्रेस रिपोर्ट भी देनी है।
लुधियाना में नई जेल बना रही पंजाब पुलिस
पंजाब पुलिस लुधियाना में नई हाई सिक्योरिटी जेल बनाने जा रही है। इसका काम भी शुरू हो गया है। यह जेल लुधियाना के गांव गोरसिया कादर बख्श में बनाई जाएगी। इसमें अपराधियों को स्पेशल बैरकों में रखा जाएगा। जेल में बंद कैदियों की सुनवाई भी जेल से होगी। इसके लिए जेल में तकनीक युक्त चैंबर बनाए जा रहे हैं।
एक साल में मिले थे 4716 मोबाइल फोन
पंजाब की अलग-अलग जेलों से खासकर प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद से जेल में समय-समय पर चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान हजारों की संख्या में मोबाइल फोन बरामद हुए। वर्ष 2022-23 में 4,716 मोबाइल फोन बरामद हुए थे। फिरोजपुर जेल से बीते वर्ष 500 से अधिक मोबाइल फोन बरामद किए गए थे। इनमें से दो मोबाइल फोन ऐसे हैं, जिनसे 43 हजार के करीब काॅल की गई थीं।