पंजाब चुनाव से पहले सांसद जसबीर डिंपा के भाई राजन गिल अकाली दल में हुए शामिल
अमृतसर, शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की हाजरी में खड़ूर साहिब से आजाद रूप से नामांकन दाखिल करने वाले सांसद जसबीर सिंह डिंपा के भाई राजन गिल अकाली दल में शामिल। इसके अलावा बाबा बकाला खड़ूर साहिब और जंडियाला गुरु से भी कई नेताओं ने अकाली दल ज्वाइन किया। वहीं बिक्रम मजीठिया ने कहा कि माझा की राजनीति में अकाली दल को पूरा हुंगारा मिल रहा है। चार पीढ़ियों से कांग्रेस में रहे डिंपा परिवार के राजन गिल अपने साथियों के साथ अकाली दल में शामिल हुए है। ये अभी ट्रेलर है। कांग्रेस के ये जमीनी लीडर है, जो लोगों के दुख सुख के भाईवाल रहे है। इसे अमृतसर और तरनतारन की सीटों को फायदा होगा। राजन गिल ने कहा कि मेरे दादा गुरदित सिंह शाह की टाइम से कांग्रेस में। पिता ब्यास के एमएलए रहे, भाई सांसद हैं।
कांग्रेस का पतन शुरू हो चुका है। कोई सम्मान नहीं। हरीश चौधरी, सिद्धू कांग्रेस को इस कगार पर ले आए है। सीटें बेची गई है। मजीठिया ने कहा कि चौधरी व सिद्धू माफिया को बढ़ावा दे रहे हैं। कांग्रेस नफरत की राजतीती कर रही है। सिद्धू हिंदू और एससी भाईचारे का अपमान कर रहे हैं। कांग्रेस की सोच अब नफरत की राजनीति की हो गई है। डिंपा सबसे जायदा वोटों से जीते थे। ये माझा के लिए सियासी भूचाल है। राजन ने कहा कि मैं यहां परिवार की सहमति से बैठा हूं। डिंपा भी कांग्रेस से नाराज हैं। कांग्रेस चोर बाजारी करवा रही है। दो नंबर के काम वालों को टिकट दी गई है। उन्होंने कहा कि ‘जिस दरखत को सियोंक लगी हो वहां से पंछी उड़ जाते हैं।’ वोही कांग्रेस में हो रहा है। उन्होंंने कहा कि खडूर साहिब और बाबा बकाला की सीट एक से दो करोड़ में बेची गई।
सुखबीर सिंह बादल ने संबोधित करते हुए कहा कि आज माझा की सियासत का बड़ा दिन है। कांग्रेस की जड़ ही उखड़ गई है। यहां डिंपा परिवार का नाम लिया जाता था। उन्होंने वर्कर की लड़ाई लड़ी। जमीनी परिवार। दिलो में बसा हुआ है परिवार। अब माझा का चुनाव एक तरफा हो गया है। आने वाले दिनों में और भी कांग्रेसी आ रहे हैं। सिंद्धू की कांग्रेस की कोई बैकग्राऊं नहीं है। चौधरी व चन्नी की रेत माफिया की एक टीम है। सिद्धू की मैं कांग्रेस को ही खत्म कर रही है। कांग्रेस में अनुशासनहीन सिद्धू परिवार ने ही शुरू की है। हाईकमान को दोनों चुनौती दे रहे हैं। इनका टारगेट कांग्रेस खत्म करना है, बचाना नहीं। चन्नी दोनो सीटों से चुनाव हार रहा है। सीएम फेस के बावजूद कांग्रेस की 10 सीटों से ज्यादा नहीं आएगी। जिस दिन सिद्धू हारा उसने भाग जाना है। कैप्टन ने कांग्रेस छोड़ी तो कोई उनके साथ नहीं गया। 10 दिनों में सारी सियासत बदल जाएगी।
सिद्धू हर बार सेंड माफिया की बात करते थे, राहुल ने उन्हें सीएम फेस बनाया, उस पर सिद्धू क्यू नहीं बोलते। सिद्धू मिस मिस गाइड मिसाइल, मैं पहले ही कहता था। सबसे से ज्यादा अनुशासनहीनता सिद्धू परिवार ने कांग्रेस में क्रिएट की है। वहीं उन्होंने राजन गिल को अकाली दल का महासचिव नियुक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी तो तीन चार सो करोड़ वालों को तो गरीब ही मानता है। चन्नी जैसा गरीब पंजाब का हर परिवार हो। कांग्रेस हाई कमान सिर्फ लोगों को गुमराह कर रही है।