बठिंडा के एसएसपी दीपक पारिक का कहना था कि पुलिस लगातार नशे के खिलाफ अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत पुलिस ने काफी नशा तस्करों को गिरफ्तार भी किया है। इसके अलावा कासो ऑपरेशन के तहत पुलिस की कार्रवाई लगातार चल रही है। इसके तहत संदिग्ध लोगों के घरों पर सर्च किया जाता है।
बठिंडा के बीड तालाब की बस्ती नंबर-3 में एक युवक की चिट्टे की ओवरडोज से मौत हो गई। मृतक की पहचान अजय सिंह के तौर पर हुई है। वहीं बीड तालाब के एक श्मशानघाट में एक युवक की चिट्टे का नशा करते हुए वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने बीड तालाब बस्ती के विभिन्न एरिया में छापे मारे। पुलिस ने इस दौरान कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया है।
वहीं नशे से मौत के बाद विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। पंजाब में पिछले 14 दिन में नशे के कारण हुईं 14 मौतों पर दुख व्यक्त करते हुए पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को गहरी नींद से जागना चाहिए और पंजाब के युवाओं को उनकी सरकार की नाक के नीचे फैल रही इस बुराई से बचाने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
आम मिल जाता है चिट्टा
बीड तालाब बस्ती नंबर-3 के विजय सिंह ने बताया कि अजय सिंह नामक युवक की रविवार को चिट्टे के ओवरडोज से मौत हो गई। उसने बताया कि चिट्टे का नशा उनके एरिया में आम मिल जाता है। विजय के अनुसार चिट्टे से अब तक पंद्रह से अधिक युवकों की मौत हो चुकी है। विजय ने कहा कि पुलिस की ओर से समय-समय पर चाहे बीड तालाब की बस्तियों में रेड की जाती है, लेकिन उसके बावजूद चिट्टा तस्कर आसानी से नशा बेचते हुए नजर आते हैं। विजय ने बताया कि बीड तालाब बस्ती नंबर 2 के श्मशानघाट में युवक अकसर ही चिट्टा पीने आ जाते हैं।
एक युवक जब श्मशानघाट में चिट्टा पी रहा था, तो उसकी वीडियो वायरल हो गई। उन्होंने आप सरकार से मांग की कि नशा तस्करों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
जाखड़ बोले-तत्काल कार्रवाई की जरूरत
जाखड़ ने कहा कि इन दुखद मौतों ने पंजाब के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। पंजाब को आज हमारे नौजवानों की हत्या के इस जघन्य अपराध के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रभावी और तत्काल कार्रवाई की जरूरत है। जाखड़ ने कहा कि राज्य सरकार सूबे में नशे की समस्या को नियंत्रित करने में विफल रही है। गांवों और कस्बों में नशा आसानी से उपलब्ध हो रहा है, जिस पर रोक लगाने के लिए उचित कदम नहीं उठाए जा रहे।
जाखड़ ने सीएम मान को याद दिलाया कि उनके अपने विधायक सार्वजनिक रूप से उन लोगों के नाम उजागर कर रहे हैं, जिनके सीधे संरक्षण में राज्य में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है, लेकिन पिछले 2 वर्षों में कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई। जाखड़ ने पूछा कि जांच का आदेश देने और इन मौतों के पीछे लोगों को सजा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री को और क्या जानकारी चाहिए। उन्होंने कहा कि आप के अपने विधायकों द्वारा किए गए खुलासे पर यह चुप्पी दर्शाती है कि कुछ गड़बड़ है। इससे संदेह पैदा होता है। जाखड़ ने कहा कि पंजाब को अपने मुख्यमंत्री से शासन की उम्मीद है, नौटंकी की नहीं।
इससे पहले जाखड़ ने सोशल मीडिया एक्स पर अपने एक पोस्ट में कहा कि पिछले साल जब बड़ी संख्या में युवा नशे की वजह से मारे गए थे, तो प्रभावी कदम उठाने के बजाय सीएम मान ने हजारों स्कूली बच्चों को अरदास करने के लिए मजबूर किया। अब फिर से इतने ही दिनों में नशे की वजह से 14 मौतें हुई हैं।