
पंजाब विधानसभा की कार्यवाही का दूसरा दिन सुबह 10 बजे शुरू हो गया है। कार्यवाही के दूसरे दिन शुरू होते ही कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। आज दूसरे दिन धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी को लेकर महत्वपूर्ण बिल सरकार द्वारा पेश किए जाएंगे। वहीं डेमों की सुरक्षा से CISF को हटाने संबंधी 5 बिल किए जाएंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि, बीबीएमबी से बहस चल रही है। उन्होंने कहा कि, पिछली दिनों ऑल पार्टी मीटिंग हुई थी। सभी नेताओं ने सहमति से कहा था कि, इस मुद्दे पर आपके साथ हैं। वहीं 2 दिन पहले दिल्ली में एसवाईएल की मीटिंग हुई, जोकि लगातार 3 घंटे तक चली। उन्होंने कहा कि, अफसर 1955 से प्रेजेंटेशन देना शुरू कर देते हैं और हम तो 1975 का मॉडल हैं। लॉ के मुताबिक, 25 साल बाद समझौते रिव्यू होते है। ये कब हुए हैं। सीमान ने कहा कि नदियों का हिसाब 21 मई से 21 मई तक चलता है। हर महीने बीबीएमबी की मीटिंग होती है।
उठाया पानी का मुद्दा
पंजाब पिछले 5 महीने से पत्र लिख रही है, लेकिन हरियाणा सरकार कोई गौर ही नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि पानी के लिए तो पंजाब में कत्ल हो जाए करते हैं। अगर हमारे पास नहीं है तो हम हरियाणा को कहां से पानी दें। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए बीबीएमबी, पठानकोट हमले और नागरिकता से जुड़े मुद्दों पर अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं केंद्र से कह कर आया हूं कि अब ट्रंप के कहने पर कोई समझौता बहाल न हो। क्योंकि अगर पंजाब से 23 एमएएफ पानी जाएगा तो नहर भी बनानी पड़ेगी और अगर नहर हमारी जमीन से जाएगी, तो हमें उसका पानी भी चाहिए। ऐसा नहीं होगा कि हमारी जमीन से नहर निकले और हमारी बकरी भी पानी न पी पाए।
सीएम मान ने BBMB को करारा जवाब देते हुए कहा कि इसका 60 प्रतिशत खर्च पंजाब देता है, फिर भी यह हमारे खिलाफ अदालत में जाता है। “जो वकील हमारे खिलाफ अदालत में खड़ा होता है, उसके खर्च का 60 प्रतिशत भी पंजाब ही देता है। उन्होंने कहा कि जब पठानकोट हमला हुआ तो कांग्रेस की सरकार पंजाब में थी। ढाई महीने के बाद साढ़े 7 करोड़ का बिल केंद्र ने भेज दिया और कहा आपको पैरामिलिट्री दी है। उस समय कांग्रेस वाले नहीं बल्कि मैं केंद्रीय रक्षामंत्री के पास गया था और कहा था कि, सेना में लड़के हमारे हैं और हमें पैरा मिलिट्री रेंट पर मिलेगी। क्या हम मरने के लिए रखे हुए हैं, झगड़ा कहीं और होता है तो हमला कहीं।
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
सीएम मान ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पंजाब देश को 180 लाख मीट्रिक टन अनाज देता है। क्या हमें केंद्र सरकार से पूछने का हक नहीं है कि, हमारी पॉलिसी क्या है और जब पाकिस्तान का हमला हुआ तो हमारे साथ कितने देश खड़े थे। पानी के मुद्दे को लेकर सीएम मान ने कहा कि, आप रूस और यूक्रेन का युद्ध रुकवा सकते हैं तो दोनों राज्यों पंजाब और हरियाणा का मामला क्यों नहीं सुलझा रहें। यहां पर सीवरेज के ढक्कन पूरे नहीं हैं और बातें चंद्रयान की करते हैं।
सीएम मान कहा कि जिनके घरों तक नहरें खत्म हों और जिनकी टूटियां सोने की हैं उन्हें भला पानी का महत्व क्या पता। वहीं सीएम मान ने पान के चल रहे विवाद पर चुटकी लेते हुए कहा कि पंजाब और हरियाणा तो रिश्तेदार हैं और इनका पानी भी एक जैसा है। फिर चाहे सैंपल ले लें दोनों राज्यों का पानी एक जैसा है। उन्होंने दो टूक कहा कि, न हमारे पास पानी है और हम किसी को देंगे। भाई कन्हैया के वारिस हैं, दुश्मन को भी पानी पिला देते हैं और पड़ोस राज्य तो फिर भी हमारा भाई है। वहीं इस दौरान सीएम मान ने डैमों की सुरक्षा के लिए CRPF की तैनाती हटाने के लिए कहा। दिलजीत की फिल्म को लेकर सीएम मान ने कहा की शूटिंग पहलगाम आतंकी हमले से पहले हुई थी। फिल्म में पाकिस्तान कलाकार होने के चलते अब फिल्म नहीं लगने दे रहे है। पहले सरदार जी कहते हैं और फिर गद्दार कहते हो। उन्होंने पीएम मोदी तो खुद बिरयानी खाने पाकिस्तान चले जाते है।