
पंजाब में भाखड़ा बांध परियोजना की सुरक्षा अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) करेगी। अभी तक इसकी सुरक्षा की कमान पंजाब पुलिस के हाथों में थी। केंद्र के निर्णय के बाद अब यहां सीआईएसएफ को तैनात कर दिया गया है।
नंगल में एक आधिकारिक कार्यक्रम के तहत पंजाब पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ को हस्तांतरित कर दी गई है। इस फैसले पर पंजाब सरकार कड़ा एतराज जता चुकी है। पंजाब के सीएम भगवंत मान कह चुके हैं कि भाखड़ा बांध की सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस पूरी तरह सक्षम है। ऐसे में इस तरह के निर्णय उचित नहीं है। मंगलवार को बांध की सुरक्षा व्यवस्था राज्य पुलिस से औपचारिक रूप से सीआईएसएफ को हस्तांतरित करने के दाैरान सीआईएसएफ नार्थ सेक्टर के आईजी नवज्योति गोगोई, डीआईजी एमके यादव, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज त्रिपाठी सहित सीआईएसएफ यूनिट बीडीपी नंगल के कमांडेंट प्रतीक रघुवंशी मुख्य रूप से मौजूद रहे।
आतंकी खतरे का दिया हवाला
सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि अब तक भाखड़ा बांध की सुरक्षा संबंधित राज्य पुलिस बलों द्वारा बीबीएमबी की देखरेख में की जा रही थी। लेकिन तोड़फोड़ और आतंकवादी गतिविधियों के बढ़ते खतरों को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने मई माह में 296 सशस्त्र कर्मियों वाली सीआईएसएफ की एक समर्पित इकाई की तैनाती को स्वीकृति प्रदान की थी।
पंजाब पुलिस की सुरक्षा पर छिड़ा था विवाद
भाखड़ा हेडवर्क्स पर पंजाब पुलिस की कथित तैनाती के खिलाफ मई 2025 में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई। जिसमें दावा किया गया कि पंजाब पुलिस हरियाणा को पानी छोड़ने में बाधा डाल रही है। पंजाब की आप सरकार ने भाजपा शासित हरियाणा को और अधिक पानी देने से इनकार कर दिया है। आप सरकार का कहना था कि हरियाणा ने मार्च तक आवंटित पानी का 103% उपयोग कर लिया। इस विवाद के चलते पंजाब सरकार ने नंगल बांध, जो भाखड़ा बांध के नीचे स्थित है, की सुरक्षा बढ़ा दी थी। नंगल बांध पर जिस कमरे से पानी की आपूर्ति नियंत्रित की जाती है, उसे बंद कर उसकी चाबी पंजाब पुलिस को दे दी गई थी।




