पराग डेयरी पर फिर उठे सवाल, 27 लाख के मिल्क एटीएम हुए कबाड़, एक भी नहीं कर रहा काम

अलीगढ़ के दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ ( पराग डेयरी ) पर फिर सवाल खड़े हो गए हैं। अलीगढ़ क्षेत्र में लगाने के लिए ऑल टाइम मिल्क मशीनें (एटीएम) खरीद तो ली गईं, लेकिन उनका प्रयोग कहीं नहीं हुआ, जबकि 27 लाख इस पर खर्च किया गया था। ऑडिट रिपोर्ट में तो इन मशीनों की खरीद पर ही सवाल उठाए गए हैं। कहा गया है कि मार्केट सर्वे कराया जाता तब खरीद होती। इससे शासकीय धन का बड़ा दुरुपयोेग हुआ है।
वरिष्ठ लेखा परीक्षक सरिता और सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी विमल चंद्र शर्मा की ऑडिट जांच रिपोर्ट इसका खुलासा हुआ है। पराग डेयरी ने दूध कारोबार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के कई जिलों में मिल्क एटीएम (ऑल टाइम मिल्क मशीन) लगाए। अलीगढ़ के लिए ही 20 एटीएम खरीदे गए। इन पर करीब 27 लाख खर्च हुआ। ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया है कि डेयरी के अफसरों ने मुख्यालय को जो रिपोर्ट भेजी उसमें कहा था कि स्थान तय कर लिए गए हैं। जल्द ही इन्हें शुरू करा दिया जाएगा। लेकिन मौजूदा समय में एक भी जगह स्थापित नहीं हैं।
लेखा जांच रिपोर्ट में वित्तीय अनियमिताओं की बात सामने आई हैं। यह उनके कार्यकाल से पहले का मामला है। जांच रिपोर्ट पर लेखा-जोखा तलब किया गया है। इसकी बिंदुवार रिपोर्ट तैयार की जा रही है, ताकि ऑडिट आपत्तियों का निस्तारण किया जा सके।-संजीव कुमार, प्रधान प्रबंधक।
इन बिंदुओं पर भी मिलीं गड़बड़ी
स्टोर में रखे गए सामान में भी मिली भारी कमी
वर्ष 2017 से 2020 तक पीसीडीएफ मुख्यालय द्वारा प्लांट, फैक्टरी के संचालन में प्रयुक्त होने वाले उपकरण दुग्ध संघ में भेजना।
विनोद कुमार शर्मा निलंबित स्टोर प्रभारी द्वारा चार्ज लिस्ट के अनुसार 815 एल्युमिनियम केन प्राप्त की गई, परंतु स्टॉक रजिस्टर में यह संख्या 710 थी। अंतर का कारण अवगत नहीं कराया गया ।
बिना जीएसटी बिल के सामान की खरीद की गई है। बिल की धनराशि 500 को काटकर 1500 रुपये किया जाना प्रतीत हो रहा है। इसलिए यह भुगतान संदिग्ध एवं अनियमित है।
दूध के खराब होने की जिम्मेदारी तय न करके इसे लाभ-हानि खाते में न डालकर बिजनेस प्रमोशन खाते में डाल देना।
समितियों से दुग्ध क्रय एवं भुगतान का लेन-देन एवं लेखांकन समितिवार न कर एक ही खाते सोसायटी कंट्रोल खाते से करना और इस प्रकार का लेखांकन अपारदर्शी रखना ।
6100 का घी खराब हो जाने के बावजूद स्टाॅक में कई वर्षों से लगातार दर्शाना ।
895069.48 के खराब सामान का कई वर्षों से लगातार स्टाॅक में दर्शाना ।
दूध की गुणवत्ता खराब हो जाने पर फैट एवं एसएनएफ का पूरा भुगतान राघव डेरी द्वारा न किया जाना। इस तरह धनराशि से संस्था को क्षति पहुंचाना।