पाकिस्तान से द्विपक्षीय खेल संबंध समाप्त, खेल मंत्रालय की दो टूक

भारतीय क्रिकेट टीम के अगले महीने यूएई में होने वाले एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में खेलने पर रोक नहीं होगी। क्योंकि यह बहुदेशीय टूर्नामेंट है। खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया नई नीति के तहत भारतीय खिलाड़ियों को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति नहीं होगी और न ही पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भारत में द्विपक्षीय खेल आयोजन खेलने की अनुमति दी जाएगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच अब किसी भी परिस्थिति में द्विपक्षीय खेल नहीं होंगे, फिर चाहे वह तटस्थ स्थल पर ही क्यों न आयोजित किए जाएं। खेल मंत्रालय ने गुरुवार को दो टूक कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय खेल संबंध को लेकर उनकी नीति स्पष्ट है और ये तत्काल प्रभाव से लागू होगी।
हालांकि, भारतीय क्रिकेट टीम के अगले महीने यूएई में होने वाले एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में खेलने पर रोक नहीं होगी। क्योंकि यह बहुदेशीय टूर्नामेंट है। खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, नई नीति के तहत भारतीय खिलाड़ियों को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति नहीं होगी और न ही पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भारत में द्विपक्षीय खेल आयोजन खेलने की अनुमति दी जाएगी।
भविष्य में भी संभावना कम
यह प्रतिबंध सिर्फ द्विपक्षीय खेलों पर लागू होगा, बहुपक्षीय आयोजनों में भारत अपनी भागीदारी जारी रखेगा। भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी द्विपक्षीय मुकाबले की अब कोई संभावना नहीं है। चाहे अमेरिका जैसे किसी तटस्थ देश में भी आयोजन क्यों न हो, भारत द्विपक्षीय सीरीज में भाग नहीं लेगा। जब पूछा गया कि क्या भविष्य में हालात सुधरने पर इस नीति की समीक्षा हो सकती है, तो अधिकारी ने कहा, फिलहाल इसकी संभावना बेहद कम है।
नई नीति से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि भारत, पाकिस्तान को लेकर अपने खेल संबंधों में कोई ढिलाई बरतने वाला नहीं है। द्विपक्षीय मुकाबलों पर रोक के बावजूद भारत वैश्विक आयोजनों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करता रहेगा, ताकि अंतरराष्ट्रीय खेल समुदाय में अपनी छवि एक जिम्मेदार और समावेशी मेजबान के रूप में बनाए रख सके।
पाकिस्तान को लेकर सख्त रुख
मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड नीति में साफ लिखा गया है कि खेल आयोजनों के प्रति भारत का रवैया पाकिस्तान को लेकर उसकी समग्र विदेश नीति का ही हिस्सा है। इसके मुताबिक, भारत 2030 राष्ट्रमंडल खेल और 2036 ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी कर रहा है। ऐसे में ओलंपिक चार्टर का पालन करना भारत के लिए अनिवार्य है।
यही कारण है कि सरकार ने अगले महीने बिहार में होने वाले एशिया कप हाकी टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वीजा देने का निर्णय लिया, भले ही पाकिस्तानी टीम ने सुरक्षा कारणों से आने से इन्कार कर दिया है। मंत्रालय ने कहा, बहुपक्षीय आयोजनों में भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ी हिस्सा लेते रहेंगे। ऐसे आयोजनों की मेजबानी भारत करेगा तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भी भाग लेने की अनुमति होगी।
एशिया कप में खेलेगी भारतीय टीम
इंटरनेट मीडिया पर हो रहे विरोध के बावजूद, मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट टीम सितंबर में यूएई में होने वाले आठ टीमों के एशिया कप में खेलेगी। अधिकारी ने कहा कि हम बहुपक्षीय आयोजनों में अपनी टीमों को रोकेंगे नहीं, जब तक मेजबानी पाकिस्तान की न हो। इससे स्पष्ट है कि अगर पाकिस्तान की मेजबानी में कोई टूर्नामेंट खेला जाता है तो उसमें टीम नहीं भेजने का फैसला सरकार ही लेगी।
वीजा प्रक्रिया होगी सरल
भारत को अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का पसंदीदा गंतव्य बनाने के लिए सरकार ने वीजा प्रक्रिया को सरल बनाने का भी ऐलान किया। अंतरराष्ट्रीय खेल निकायों के पदाधिकारियों, खिलाड़ियों, अधिकारियों और तकनीकी कर्मियों को मल्टी-एंट्री वीजा प्राथमिकता से मिलेगा। यह वीजा उनकी आधिकारिक अवधि तक, अधिकतम पांच वर्ष के लिए मान्य होगा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय खेल संगठनों के प्रमुखों को भारत यात्रा के दौरान सभी प्रोटोकाल और औपचारिक सम्मान प्रदान किए जाएंगे।