
पानीपत: गांव उग्राखेड़ी के किसान कृष्ण पुत्र इंद्र सिंह मलिक के गेहूं के खेत में शनिवार को दोपहर बाद आग लग गई। वहीं गेहूं की फसल में आग लगने की सूचना मिलते ही सैक्टर-25 ट्रांसपोर्ट नगर स्थित फायर सब स्टेशन से दमकल विभाग की एक गाड़ी के साथ कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया लेकिन तब तक किसान कृष्ण की करीब आधा एकड़ गेहूं की फसल जल गई। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि दमकल विभाग की गाड़ी देरी से पहुंचती तो वहां पर आसपास में करीब 50 एकड़ गेहूं की फसल खड़ी है जो जल सकती थी।
किसान कृष्ण के गेहूं का खेत पानीपत के सैक्टर 24 से गांव उग्राखेड़ी जाने वाली सड़क पर पड़ता है। किसान कृष्ण के खेत के साथ ही दूसरे किसान मनोज पुत्र महेंद्र द्वारा अपने गेहूं की कटाई की जा रही थी और आग से उसके खेत में भी कटी हुए गेहूं की कुछ पुलियां जली हैं। इस बारे में दमकल विभाग के फायर नोडल आफिसर अमित गोस्वामी ने बताया कि गेहूं के खेत में आग लगने की सूचना दोपहर 3.17 बजे मिली थी और दमकल विभाग की एक गाड़ी के साथ कर्मचारियों ने तुरंत मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया। आग पर तुरंत काबू पा लेने से आसपास के खेतों में खड़ी गेहूं की फसल जलने से बच गई।
उचित मुआवजा दिया जाए : बिंटू मलिक
उग्रा खेडी के पूर्व सरपंच एवं भाकियू के पूर्व जिला उपप्रधान बिंटू मलिक ने सरकार व प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि किसान कृष्ण की जली गेहूं की फसल का उचित मुआवजा दिया जाए। इसी प्रकार अन्य कहीं भी किसी भी किसान की फसल का नुकसान होता है तो उसका साथ के साथ मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों के पास एकमात्र आय का साधन गेहूं की फसल होती है वहीं जल जाए तो किसान के पास घर चलाने के लिए कुछ नहीं रहता।