नरेश का उसकी पत्नी ज्योति से दो माह से छोटी-छोटी बातों को लेकर मनमुटाव चल रहा था। उसी कारण कभी-कभी शराब पी लेता था। तभी से वह गांव घिलौड से रोहतक में आया हुआ था। 23 अप्रैल को सूचना मिली कि नरेश का शव माता दरवाजा चौक के पास पार्क में पड़ा है।
रोहतक के माता दरवाजा चौक पर पार्क में छह दिन पहले घिलौड़ कलां के 35 वर्षीय नरेश का शव हत्या के बाद फेंका गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसकी गर्दन पर वार हुआ है। पुलिस ने मां बीरमति के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। हालांकि दो माह से नरेश का पत्नी से विवाद चल रहा था। वह शराब भी पीने लगा था।
पुलिस के मुताबिक सेक्टर तीन निवासी बीरमति ने दी शिकायत में बताया कि उसके पति राजेंद्र का देहांत हो चुका है। उसकी पांच बेटी व एक बेटा नरेश था। वह 20 साल से सेक्टर तीन में रहती है, जबकि बेटा परिवार सहित गांव घिलौड़ में रहता था। उसके पास एक बेटा व बेटी है।
नरेश का उसकी पत्नी ज्योति से दो माह से छोटी-छोटी बातों को लेकर मनमुटाव चल रहा था। उसी कारण कभी-कभी शराब पी लेता था। तभी से वह गांव घिलौड से रोहतक में आया हुआ था। 23 अप्रैल को सूचना मिली कि नरेश का शव माता दरवाजा चौक के पास पार्क में पड़ा है। वह अपने परिवार सहित मौके पर पहुंची। उस समय उसे नरेश की हत्या का शक नहीं था। अब नरेश का पोस्टमार्टम होने के बाद पता चला है कि किसी ने नरेश की गर्दन पर चोट मारकर हत्या की है।
नशे से मौत मानकर की थी पुलिस ने कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान मौके का एफएसएल की टीम से जांच करवाई गई। सेक्टर तीन निवासी बिरमती ने अपने बेटे के शव की शिनाख्त की। नरेश की पत्नी ज्योति भी सूचना पाकर मौके पर पहुंची। किसी तरह की हत्या नहीं लग रही थी। ऐसे में सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई की गई। पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए भेजा गया। 26 अप्रैल को डॉक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर सलाह ली गई। गर्दन पर चोट कर हत्या की संभावना व्यक्त की गई। मृतक की मां बीरमति के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।