करनाल में भगवान परशुराम का जन्मोत्सव समारोह पांच मई को पुरानी सब्जी मंडी करनाल में आयोजित किया जाना है। जन्मोत्सव की तैयारियां की जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा राज्यभर में जाकर इस समारोह में आने के लिए खासतौर पर ब्राह्मण समाज को आमंत्रित कर रहे हैं।
भले ही भगवान परशुराम का जन्मोत्सव 10 मई यानी अक्षय तृतीय के दिन हो लेकिन करनाल में इस बार ये जन्मोत्सव पांच मई को मनाया जा रहा है। भले ही आयोजकों के अनुसार दोनों में कोई संबंध न हो लेकिन खास बात ये है कि मुख्य तिथि से पांच दिन पहले जन्मोत्सव मनाए जाने के पीछे कहीं न कहीं करनाल लोक सभा में भाजपा प्रत्याशी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का जन्म दिन भी जुड़ा है। इस कार्यक्रम में मनोहर लाल की खास तौर पर मौजूदगी भी रहेगी। माना जा रहा है कि भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के सहारे राज्य के ब्राह्मण मतदाताओं को साधने का प्रयास है।
दरअसल, करनाल में भगवान परशुराम का जन्मोसव दो साल पहले भी राज्यस्तर पर मनाया गया था। वह तिथि थी 11 दिसंबर-2022। उस समय ब्राह्मण महासभा सहित कई ब्राह्मण संस्थाओं ने संयुक्त रूप से ये आयोजन किया था। आयोजन में राज्य सभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा, पूर्व सांसद अरविंद शर्मा सहित कई प्रमुख ब्राह्मण नेताओं ने सहभागिता की थी। इसमें बतौर मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे, जिनके सामने ब्राह्मण नेताओं ने लंबा चौड़ा मांग पत्र रखा था।
खास बात तो ये थी कि मनोहर लाल ने इस मांग पत्र की अधिकतर मांगों को स्वीकार करते हुए उन्हें पूरा करने का एलान किया था। ब्राह्मण महासभा करनाल के प्रधान सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने बताया कि जो वादे मनोहर लाल ने किए थे, उनमें से अधिकतर पूरे हो चुके हैं, करनाल में गांधी चौक से भगवान परशुराम चौक तक के मार्ग का नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखा जा चुका है।
भगवान परशुराम चौक का जीर्णोद्धार किया जा चुका है। जिन 21 लाख रुपये देने की घोषणा की थी, उनसे ब्राह्मण धर्मशाला का जीर्णोद्धार, कर्ण कैनाल के सामने भाई मतीदास, भाई सतीदास चौक बनाया जा चुका है, पार्क में 21 फुट की प्रतिमा लगाने का कार्य चल रहा है। सेक्टर 32 में धर्मशाला के लिए 2000 गज जगह देने के लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में समिति गठित है, 10 प्रतिशत धनराशि जमा हो चुकी है।
भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर राजपत्रित अवकाश घोषित किया जा चुका है। कैथल में मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखा जा चुका है। दौली की जमीन पर मालिकाना हक का मसला भी सुलझ चुका है। इस बार जन्मोत्सव मनाने की जिम्मेदारी राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा व उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा को सौंपी गई है।
जन्मोत्सव समारोह पांच मई को पुरानी सब्जी मंडी करनाल में आयोजित किया जाना है। जन्मोत्सव की तैयारियां की जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा राज्यभर में जाकर इस समारोह में आने के लिए खासतौर पर ब्राह्मण समाज को आमंत्रित कर रहे हैं। कार्तिकेय शर्मा भी कई दिनों से करनाल में डेरा डालकर तैयारियों पर नजर रखने के साथ साथ समाज के वरिष्ठ लोगों से मिल रहे हैं।
ये दीगर बात कि आयोजक हो या फिर अन्य भाजपाई, मनोहर लाल के जन्म दिन और भगवान परशुराम के जन्मोत्सव में कोई संबंध है, ऐसा दर्शाना नहीं चाहते हैं, यही कारण है समारोह स्थल पर कोई भाजपा का झंडा नहीं है लेकिन भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर बतौर मुख्य अतिथि मनोहर लाल पहुंचेंगे और मनोहर लाल को वक्ता जन्म दिन की शुभकामनाएं देंगे तो मतदाता तो समझ ही जाएंगे।