प्रग्गानंधा नें एक और कामयाबी हासिल करते हुए पराचिन ओपन इंटरनेशनल शतरंज का खिताब भी अपने किया नाम
इंडिया के युवा ग्रांड मास्टर आर प्रग्गानंधा नें एक और कामयाबी हासिल करते हुए पराचिन ओपन इंटरनेशनल शतरंज का खिताब भी अपने नाम कर लिया है। 26 देशो के 161 खिलाड़ियों के मध्य 9 राउंड के स्विस टूर्नामेंट में प्रग्गानंधा नें 7 जीत और 2 ड्रॉ के साथ अविजित रहते हुए 8 अंक बनाकर पहला स्थान अपने नाम कर लिया है । 7.5 अंक बनाकर रूस के अलेक्ज़ेंडर प्रेडके दूसरे तो 7 अंक बनाकर कजाकिस्तान के अलिशेर सुलेमेनोव बेहतर टाईब्रेक के आधार पर तीसरे नंबर पर आ चुके है। प्रग्गानंधा नें 2789 का प्रदर्शन करते हुए अपनी फीडे रेटिंग में लगभग 13 अंक जोड़ते हुए 2661 अंको के साथ वर्ल्ड रैंकिंग में 90वां स्थान अपने नाम कर लिया है और पहली बार दुनिया के शीर्ष क्लासिकल 100 खिलाड़ियों में भी शामिल हो चुके है। इंडिया के अन्य खिलाड़ियों में 7 अंक बनाकर मुथाइया अल चौंथे ,6.5 अंक बनाकर प्रणव B पांचवें ,अर्जुन कल्याण सातवे और हर्षवर्धन जीबी 8वे स्थान पर आ चुके है।
वहीं यह भी कहा जा रहा है विश्व का अपनी तरह का पहला शतरंज ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट ओस्लो स्पोर्ट्स कप के निरंतर तीसरे दिन भी इंडिया के 16 साल के ग्रांड मास्टर प्रग्गानंधा का बेहतरीन प्रदर्शन अब भी बना हुआ है और उन्होने विश्व चैम्पियन कार्लसन को हराने वाले वियतनाम के ले कुयांग लिम को भी एकतरफा मुक़ाबले में 2.5-0.5 से मत दी है। हर राउंड में वैसे तो चार रैपिड मुक़ाबले खेलने होते है पर निरंतर तीसरे दिन प्रग्गानंधा नें जीत के लिए जरूरी अंक सिर्फ तीन रैपिड मुकाबलों में ही अर्जित कर चुके है।
ले कुयांग लिम के विरुद्ध प्रग्गानंधा नें काले मोहरो से पहली बाजी ड्रॉ खेली पर उसके बाद पहले सफ़ेद मोहरो से और फिर काले मोहरो से जीत हासिल करते हुए 2.5-0.5 के अंतर से राउंड अपने नाम कर चुकी है। निरंतर तीसरी जीत से प्रग्गानंधा अब 9 अंको के साथ एकल बढ़त पर चल रहे है और अब अगले राउंड में उनका मुक़ाबला नॉर्वे के विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन के साथ होने वाला है।