राजस्थानराज्य

बरसाती नाले में चार बच्चों के डूबने से हुई मौत पर सांसद हरीश मीना ने जताया दुख

टोंक जिले के उनियारा में बरसाती नाले में डूबने से दो भाइयों के चार बच्चों की मौत से पूरे परिवार के साथ ही गांव में मातम सा छा गया है । बताया जा रहा है कि रघुनाथपुरा खुर्द गांव में भैंस को बचाने के लिए चारों बच्चे नाले में उतर गए थे । इस दौरान मौके पर मौजूद तीन युवकों ने बचाने की कोशिश भी की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी । ऐसे में चारों बच्चों की मौके पर ही डूबने से मौत हो गई । जिससे इलाके में सनसनी फैल गई ।

हालांकि मौके पर ही ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी । जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से चारों बच्चों के शवों को नाले से बाहर निकाला गया । चारों बच्चों को पुलिस ने उनियारा सीएचसी में पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया । हालांकि मोर्चरी सभी बच्चों के शव मोर्चरी में रखवा दिए हैं । वहीं ग्रामीणों की सूचना के बाद बच्चों के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए और शव लेने से मना कर दिया ।

परिजनों के शव लेने से इनकार करने के बाद सांसद हरीश मीना मौके पर पहुंचे । जहां एसडीएम के साथ सांसद मीना ने मृतक बच्चों के परिजनों से समझाइश कर मामला शांत करा दिया । हालांकि इस दौरान बातचीत के बाद 5-5 लाख रुपए नकद और परिवार में से एक व्यक्ति को संविदा पर नौकरी के लिए प्रशासनिक प्रयास पर सहमति बनी । जिसके बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए गए ।

दो भाइयों के चार बेटों की मौत से गांव में मातम
जानकारी के अनुसार श्योजी लाल और राधाकिशन बैरवा दोनों भाई हैं । इन दोनो भाइयों के दो-दो बच्चे हैं । ऐसे में श्योजी लाल के दो बेटे हंसराज और दिलखुश जबकि राधाकिशन के दो बेटे विजय और विकास की डूबने से मौत हो गई । बताया जा रहा है कि दोनों भाइयों के चार ही बेटे थे, इसके अलावा राधाकिशन के एक बेटी भी है । इसी दुख की घड़ी में परिवार के चारों कुल दीपक बुझ गए । जिसके बाद रघुनाथपुरा गांव में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है । बता दें कि श्योजी लाल अपने बेटों के साथ जयपुर रहते थे जो कि रक्षाबंधन के मौके पर गांव आए हुए थे ।

प्रत्यक्षदर्शी हरिकेश ने पूरा घटनाक्रम बताया कि भैंस के नाले में उतरने के बाद वह खुद (हरिकेश) भी नाले में उतर गया । ऐसे में उसे (हरिकेश) बचाने के लिए पास में खड़े चारों भाई भी उतर गए । लेकिन उनकी डूबने से मौत हो गई । हालांकि वह खुद बच गया ।

टोंक सवाईमाधोपुर सांसद हरीश मीना ने जताया घटना पर दुख
इसी घटना पर सांसद हरीशचंद्र मीना ने घटना को बहुत दुखद बताया है, उन्होंने कहा कि ये बहुत ही दुखद घटना है । दो भाइयों के दो-दो बच्चे थे, ऐसे में दोनों परिवारों के बच्चे रहे ही नहीं । मेरी पीड़ित परिवार के प्रति अति संवेदना है । भगवान उनको इस हादसे को बर्दाश्त करने की शक्ति प्रदान करे । हालांकि इस दौरान सांसद मीना ने परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिलाया है । बताया जा रहा है कि परिवार की ओर से मांग की गई है कि परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी दी जाए ।

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