राष्ट्रीय

‘बारिश की बूंदों को बचाएं’, मन की बात के 120वें एपिसोड में बोले पीएम मोदी

गर्मियां शुरू हो चुकी हैं। बारहमासी हो चुकी पेयजल समस्या इन दिनों अपने चरम पर हो जाती है। भारतीय नववर्ष और चैत्र नवरात्र के साथ ही गुड़ी पाड़वा, रोंगाली बिहू, पोइला बोइशाख, नवरेह व ईद की शुभकामनाएं देते हुए रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 120वें एपिसोड में इसी समस्या के निदान को केंद्र बिंदु में रखा।

गर्मी के मौसम में जल संरक्षण के महत्व को समझाते हुए उन्होंने ‘कैच द रेन’ अभियान का उल्लेख किया। कहा- पिछले सात-आठ वर्षों में इसके तहत देशभर में 1,100 करोड़ क्यूबिक मीटर से अधिक जल का संरक्षण हुआ है।

24.24 लाख जल निकायों का सर्वेक्षण

पीएम ने कहा कि जलशक्ति मंत्रालय और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएं इस दिशा में सक्रिय हैं। देश में हजारों कृत्रिम तालाब, चेक डैम, बोरवेल रीचार्ज और कम्युनिटी सोक पिट का निर्माण हो रहा है। अभियान के तहत पहली बार 24.24 लाख जल निकायों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि बारिश की बूंदों को बचाकर हम बहुत सारा पानी बर्बाद होने से रोक सकते हैं।

भाखड़ा नंगल डैम का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि इस बांध में जमा पानी गोबिंद सागर झील का निर्माण करता है, जो 90 किलोमीटर लंबी है। इस झील में भी नौ-दस अरब घन मीटर से ज्यादा पानी संरक्षित नहीं हो सकता है, जबकि देशवासियों ने अपने छोटे-छोटे प्रयासों से देश के अलग-अलग हिस्सों में 11 अरब घन मीटर पानी का संरक्षण कर लिया।

टेक्सटाइल वेस्ट की भी चर्चा

उन्होंने कर्नाटक के गडग जिले में पुनर्जीवित की गई दो झीलों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सामुदायिक प्रयासों का उत्कृष्ट उदाहरण है। मोदी ने टेक्सटाइल वेस्ट की चर्चा करते हुए कहा कि दुनियाभर में पुराने कपड़ों को जल्द से जल्द हटाकर नए कपड़े लेने का चिंताजनक चलन जोर पकड़ रहा है। इससे टेक्सटाइल वेस्ट बढ़ रहा है।

एक शोध में सामने आया है कि एक प्रतिशत से भी कम टेक्सटाइल वेस्ट को नए कपड़ों में री-साइकिल किया जाता है। भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश है, जहां सबसे ज्यादा टेक्सटाइल वेस्ट निकलता है, यानी चुनौती बड़ी है। प्रधानमंत्री ने इससे निपटने के लिए चल रहे प्रयासों को सराहा। कहा- पानीपत टेक्सटाइल री-साइक्लिंग के ग्लोबल हब के रूप में उभर रहा है। बेंगलुरु भी इनोवेटिव टेक साल्यूशंस से अपनी पहचान बना रहा है।

पीएम के संबोधन की बड़ी बातें

दैनिक जीवन में फिटनेस जरूरी है। फिट इंडिया कार्निवल तथा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसी पहल सराहनीय है।
स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां भी कुछ हफ्तों में शुरू होंगी। छात्रों के लिए यह अपने कौशल को निखारने का समय है।
दिल्ली में इनोवेटिव आइडिया के रूप में पहली बार फिट इंडिया कार्निवाल का आयोजन किया गया। आप भी अपने क्षेत्रों में इस तरह के आयोजन करें।
केरल में जन्मे रैपर सूरज चेरुकट, जिन्हें हनुमानकाइंड के नाम से जाना जाता है, का हालिया गीत ‘रन इट अप’ सराहनीय है। यह भारत की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहा है।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स में खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर दिया। हरियाणा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने के लिए शुभकामनाएं। हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने 18 राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाए, जिनमें से 12 तो महिला खिलाड़ियों के नाम रहे।

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