बिना सीने में दर्द उठे भी पड़ सकता है दिल का दौरा

हार्ट अटैक नाम सुनते ही सीने में तेज दर्द, बाएं हाथ में दर्द और सांस फूलने की तस्वीर उभरती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिल का दौरा हमेशा इन “क्लासिक” लक्षणों के साथ नहीं आता? एक ऐसा भी हार्ट अटैक होता है जो अपने असामान्य लक्षणों के कारण पहचान में नहीं आता, इसे ही “एटिपिकल हार्ट अटैक” कहा जाता है।
यह खासकर महिलाओं, बुजुर्गों और डायबिटीज के मरीजों में ज्यादा देखने को मिलता है। इसमें हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण दिखाई नहीं देते। इसलिए एटिपिकल हार्ट अटैक के बारे में जानकारी होना जरूरी है। आइए जानें कैसे होते हैं एटिपिकल हार्ट अटैक के लक्षण ।
एटिपिकल हार्ट अटैक क्या है?
एटिपिकल हार्ट अटैक वह कंडीशन है जब दिल की मांसपेशियों के एक हिस्से में ब्लड फ्लो ब्लॉक होने लगता है, लेकिन इसके लक्षण सामान्य हार्ट अटैक जैसे नहीं होते। इसमें सीने में तेज, चुभने वाला दर्द न होकर हल्का दबाव, बेचैनी या बिल्कुल भी दर्द नहीं हो सकता है। इसकी पहचान मुश्किल होने के कारण इससे जान जाने का खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि मरीज और कई बार डॉक्टर भी इसे अन्य समस्याएं समझकर नजरअंदाज कर सकते हैं।
एटिपिकल हार्ट अटैक के लक्षण
सीने में हल्की बेचैनी या दबाव- सीने में तेज दर्द के बजाय सीने पर हल्का दबाव महसूस हो सकता है। यह दर्द छाती के बीच में न होकर कहीं और भी हो सकता है।
सांस लेने में तकलीफ- यह सबसे आम एटिपिकल लक्षण है। अचानक बिना किसी वजह के सांस फूलने लगना, खासकर थोड़ा सा चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर।
असामान्य जगहों पर दर्द- दर्द सीने से शुरू होकर जबड़े, गर्दन, पीठ (खासकर दोनों कंधे के बीच) या पेट के ऊपरी हिस्से में फैल सकता है। कई बार तो सीने का दर्द होता ही नहीं और सीधे जबड़े या पीठ में दर्द शुरू हो जाता है।
पेट से जुड़े लक्षण- जी मचलना, उल्टी होना, पेट में दर्द, सीने में जलन या बदहजमी जैसा महसूस होना। इसे अक्सर एसिडिटी या फूड पॉइजनिंग समझ लिया जाता है।
बहुत थकान और कमजोरी- बिना किसी मेहनत के अचानक बहुत ज्यादा थकान, चक्कर आना या ऐसा महसूस होना जैसे फ्लू हो गया हो। यह लक्षण महिलाओं में खासतौर से कॉमन है।
ठंडा पसीना आना- अचानक से बिना गर्मी के पसीना आना।
बेचैनी और घबराहट- अचानक से मन बेचैन होना या घबराहट महसूस होना।