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भगवान कृष्ण की छठी पर जरूर लगाएं कढ़ी-चावल का भोग
हर साल जन्माष्टमी के 6 दिन बाद भगवान कृष्ण की छठी (Krishna Chhathi 2024) मनाई जाती है। इस बार भक्त 01 सितंबर को कान्हा की छठी मनाएंगे। इस खास मौके पर लड्डू गोपाल को विशेष रूप से कढ़ी-चावल का भोग जरूर लगाया जाता है। अगर आप भी छठी का उत्सव मनाने में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं, तो छठी के दिन कान्हा जी को स्नान आदि करवाकर पीले रंग के वस्त्र पहनाएं और फिर कढ़ी-चावल का भोग अर्पित करें। आइए आपको सात्विक तरीके से यानी बिना लहसुन-प्याज के इसे बनाने का तरीका बताते हैं।
कृष्ण छठी पर कढ़ी बनाने के लिए सामग्री:
कढ़ी के लिए:
- दही- 1 कप (घना)
- बेसन- 1/2 कप
- हल्दी पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच
- धनिया पाउडर- 1 छोटा चम्मच
- जीरा पाउडर- 1/4 छोटा चम्मच
- हींग- एक चुटकी
- नमक- स्वादानुसार
- पानी- 2 कप
तड़के के लिए:
- तेल- 2 बड़े चम्मच
- जीरा- 1/2 छोटा चम्मच
- हींग- एक चुटकी
- सूखे लाल मिर्च- 2-3
- कढ़ी पत्ता- 4-6
पकौड़ों के लिए:
- बेसन- 1/2 कप
- अजवाइन- 1/4 छोटा चम्मच
- नमक- स्वादानुसार
- पानी- आवश्यकतानुसार
कृष्ण छठी पर कढ़ी बनाने की विधि:
- कढ़ी बनाने के लिए सबसे पहले बेसन में अजवाइन, नमक और थोड़ा पानी मिलाकर गाढ़ा घोल बना लें।
- इसके बाद छोटे-छोटे पकौड़े बनाकर गर्म तेल में सुनहरा होने तक तल लें।
- इसके बाद एक बर्तन में दही, बेसन, हल्दी, धनिया, जीरा, हींग और नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें।
- फिर धीरे-धीरे पानी डालकर गाढ़ा घोल तैयार कर लें।
- इसके बाद इस घोल को गैस पर मीडियम आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं यानी जब तक यह गाढ़ा न हो जाए तब तक पकाएं।
- इसके बाद तड़का देने के लिए एक पैन में तेल गरम करें। इसमें जीरा, हींग, सूखी लाल मिर्च और कढ़ी पत्ता डालकर तड़का लगाएं। फिर इस तड़के को कढ़ी में डाल दें।
- अब आखिर में कढ़ी को गरमा गरम पकौड़ों के साथ परोसें। आप चाहें तो इसे धनिया पत्ती से गार्निश भी कर सकते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
- दही को इस्तेमाल करने से पहले अच्छे से फेंट लें ताकि कढ़ी में गुठली न पड़ें।
- पकौड़े तलते वक्त ध्यान रखें कि ये ज्यादा क्रिस्पी न हो जाएं।
- अपने मुताबिक आप कढ़ी को गाढ़ा या पतला बना सकते हैं।
- लहसुन-प्याज के बिना बनने वाली ये रेसिपी कृष्ण छठी के लिए एक बढ़िया ऑप्शन है।