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भारत के वाॅरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का निधन  

भारत के वाॅरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र निधन हो गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मुंबई के ब्रीच कैंडी हाॅस्पिटल में सोमवार की सुबह आखिरी सांस लिए। बताया जा रहा है उन्हें कुछ दिनों से सांस लेने में समस्या हो रही थी। स्टाॅक मार्केट के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला ने जब बाजार में एंट्री मारी थी तब सेंसेक्स 150 अंकों पर था। और आज जब उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा तब सेंसेक्स 59,400 पर पहुंच गया है। आइए डालते एक नजर शेयर बाजार में उनके सफर पर .

5000 रुपये से शुरू किया सफर

राकेश झुनझुनवाला देश के 48वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) रहे झुनझुनवाला ने कंपनियों के खातों का ऑडिट करने के बजाय दलाल पथ की राह चुनी। 1985 में उन्होंने 5,000 रुपये की पूंजी के साथ इसकी शुरुआत की। सितंबर, 2018 तक शेयरों में उनका निवेश का मूल्य बढ़कर 11,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।  

कुछ ऐसा था राकेश झुनझुनवाला का पोर्टफोलियो 
     
उनके पोर्टफोलियो में स्टार हेल्थ, टाइटन, रैलिस इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन होटल्स कंपनी, एग्रो टेक फूड्स, नजारा टेक्नोलॉजीज और टाटा मोटर्स शामिल हैं। जून तिमाही के अंत तक उनका 47 कंपनियों में निवेश था। टाइटन, स्टार हेल्थ, टाटा मोटर्स और मेट्रो ब्रांड्स जैसी कंपनियों में उनकी बड़ी हिस्सेदारी थी।  वह हंगामा मीडिया और एप्टेक के चेयरमैन थे। वह कई कंपनियों के निदेशक मंडल में भी शामिल थे।  

राजस्थान में हुआ था बिग बुल का जन्म

झुनझुनवाला का जन्म पांच जुलाई, 1960 को राजस्थान के परिवार में हुआ था। वह मुंबई में पले-बढ़े थे। मुंबई में उनके पिता आयकर आयुक्त थे।  उन्होंने साइडेन्हेम कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और बाद में भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) में नामांकन कराया। 

43 रुपये के शेयर ने बदली किस्मत 

झुनझुनवाला ने 1986 में टाटा टी के 5,000 शेयर 43 रुपये के भाव पर खरीदे। तीन माह में यह शेयर 143 रुपये पर पहुंच गया। यह उनका पहला बड़ा मुनाफा था। तीन साल में उन्होंने 20 से 25 लाख रुपये की कमाई की।

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