मध्यप्रदेशराज्य

भोपाल : हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े मोहसिन को NIA ने किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भोपाल के अशोका गार्डन क्षेत्र में रहने वाले मोहसिन को गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ है कि मोहसिन भोपाल में रहने वाले आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के आतंकियों के संपर्क में था। इतना ही नहीं वह मई 2023 में भोपाल में पकड़े गए 10 आरोपी सहित प्रदेश भर में पकड़े गए एचयूटी के 16 संदिग्ध आतंकियों के संपर्क में था। इन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद मोहसिन भोपाल और भारत छोड़कर थाईलैंड चला गया था। भारत सरकार NIA की जांच के आधार पर उसे थाईलैंड से डिपोर्ट कर भारत लाई और उससे पूछताछ की। गत दिनों उसे रिमांड पर लिया है। मोहसिन 16 जून तक एनआईए की रिमांड पर है।

मोहसिन की निशानदेही पर ऐशबाग, बाग फरहत अफजा निवासी अकरम के निवास पर भी छापेमारी की गई है। अकरम की मोहसिन से दोस्ती है। दोनों का कनेक्शन भी सामने आया है। उसकी निशानदेही पर ही गत दिनों भोपाल में एमपी एटीएस के साथ मिलकर एनआईए ने तीन स्थानों पर छापा मारा था। छापे में उसके ठिकाने से डिजिटल डिवाइस जब्त हुई है, जिसे जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मोहनिस मध्यप्रदेश सहित देशभर में भ्रमण कर एचयूटी आतंकी संगठन को आगे बढ़ाने के लिए फंड एकत्रित करता था।

गिरफ्तार आतंकियों के परिजनों की करता था आर्थिक मदद
एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोहसिन एचयूटी के गिरफ्तार आतंकियों के परिजनों से लगातार संपर्क बनाए हुए था। वह गिरफ्तार आतंकियों के परिजनों को घर का खर्च चलाने क लिए राशि एकत्रित करता और उन्हें पहुंचाने का कार्य भी कर रहा था। मोहसिन ही वर्तमान में संगठन को आगे बढ़ाने के लिए लगा हुआ था। मई 2023 में जब एचयूटी के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था, तब मोहसिन का नाम जांच में आया था। शुरुआती पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। हालांकि, उसके बाद एनआईए ने उस पर निगरानी बढ़ा दी और अब पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी की गई है।

ऐशबाग का अकरम खान भी सर्विंलांस पर
एनआईए को मोहसिन की जांच के दौरान अकरम खान नाम का एक अन्य संदिग्ध मिला है। एनआईए और एमपी एटीएस अकरम के घर छापेमारी कर चुकी है, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया है। अकरम अब जांच एजेंसियों के सर्विलांस पर है। अकरम ऐशबाग के बाग फरहत अफजा स्थित बी सेक्टर, इंद्रा कॉलोनी में रहता है। वह पहले टाइल्स और मार्बल की दुकान चलाता था, लेकिन कुछ महीनों से बेरोजगार है।

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