मध्यप्रदेशराज्य

मध्य प्रदेश में मौसम की विदाई से पहले बारिश का दौर

मध्यप्रदेश में मानसून धीरे-धीरे विदा ले रहा है। अब तक राज्य के 12 जिलों से इसका लौटना हो चुका है और शेष हिस्सों से 10 अक्टूबर तक विदाई की संभावना है। इससे पहले मौसम एक बार फिर मेहरबान हो गया है। अगले 3 दिन कई इलाकों में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यदि मौसमी सिस्टम मजबूत रहा, तो कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी देखने को मिल सकती है।

15 से अधिक जिलों में हुई बारिश
शनिवार को प्रदेश के 15 से अधिक जिलों में बादल छाए रहे और कहीं-कहीं बारिश हुई। भोपाल में झमाझम बारिश हुई, जबकि इंदौर, खजुराहो, रीवा, सागर, सतना, सीधी, उमरिया, देवास, शाजापुर और अन्य जिलों में भी रिमझिम फुहारें पड़ीं। रविवार को भी कई क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

धीरे-धीरे हो रही विदाई
ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और रतलाम से मानसून पूरी तरह विदा हो चुका है। राजगढ़ और अशोकनगर के कुछ हिस्सों में भी इसका असर खत्म हो चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई पूरी हो जाएगी। इस साल मानसून 16 जून को मध्यप्रदेश में पहुंचा था, जो सामान्य समय से सिर्फ एक दिन देरी से था। अमूमन यह 6 अक्टूबर तक विदा हो जाता है, लेकिन इस बार कुछ सिस्टम सक्रिय होने से इसकी मियाद थोड़ी बढ़ सकती है।

वर्तमान में एक्टिव सिस्टम
पूर्वी मध्यप्रदेश में एक लो प्रेशर एरिया सक्रिय है, जो बादलों और बारिश का कारण बना हुआ है। यह सिस्टम अगले कुछ दिनों तक असर दिखा सकता है। प्रदेश में मानसून की विदाई की घड़ी नज़दीक है, लेकिन जाते-जाते मौसम ने ठंडक और नमी की सौगात दी है। बादलों और बूंदों का यह अंतिम दौर वातावरण को ताजगी से भरने वाला है।

बारिश के आंकड़े
इस बार गुना जिले में सबसे ज्यादा 65.6 इंच बारिश दर्ज की गई। मंडला और रायसेन में 62 इंच से ज्यादा, जबकि श्योपुर और अशोकनगर में 56 इंच से अधिक बारिश हुई। दूसरी ओर, शाजापुर (28.9 इंच), खरगोन (29.6), खंडवा (32), बड़वानी (33.5) और धार (33.6) में तुलनात्मक रूप से कम वर्षा हुई है।

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