महाकुंभ में श्रद्धालुओं का जनसैलाब, अब तक 58 करोड़ से अधिक लोगों ने लगाई डुबकी!

महाकुंभनगर: महाकुंभ की शुरुआत के बाद यहां पर आस्था का सैलाब उमड़ गया। यहां हर दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर आस्था की डुबकी लगा रहे है। बृहस्पतिवार को शाम आठ बजे तक 1.28 करोड़ श्रद्धालुओं के गंगा और संगम में स्नान के साथ ही स्नान करने वालों की कुल संख्या 58 करोड़ से ज्यादा हो गई। मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। महाकुंभ मेले के अंतिम चरण के सफल संचालन के लिए प्रदेश सरकार 1200 अतिरिक्त बसें चलाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं का इंतजाम
सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, इन बसों का क्षेत्रवार आबंटन किया गया है ताकि श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित हों। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि महाशिवरात्रि स्नान एवं 20 से 28 फरवरी, 2025 के लिए 1,200 बसें रिजर्व रखी गई हैं, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो।
इसके अलावा संगम क्षेत्र में 750 शटल बसें पहले से संचालित की जा रही हैं। त्रिवेणी में डुबकी लगाने देश-विदेश से आ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रतिदिन लगभग 13 हजार क्यूसेक पानी गंगा बैराज से छोड़ा जा रहा है।
महाशिवरात्रि पर टूटेगा रिकोर्ड
प्रयागराज के सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता रमेश कुमार सिंह के मुताबिक, दिसंबर 2024 से गंगा बैराज से नियमित अंतराल पर पानी छोड़ा जा रहा है।
इस बीच, महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों में ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की अवधि बृहस्पतिवार को 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक के लिए बढ़ा दी। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी सूचना के मुताबिक, आवागमन में असुविधा और छात्र हित में 21 फरवरी से 26 फरवरी तक जनपद के ग्रामीण एवं नगर क्षेत्र में स्थित कक्षा एक से आठ तक के समस्त विद्यालयों में कक्षाएं आनलाइन संचालित की जाएंगी।