महाराष्ट्र की सियासत में उठापटक की सुगबुगाहट, राज-उद्धव के बाद पवार परिवार के साथ आने की अटकलें

महाराष्ट्र में मनसे और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के बीच संभावित गंठबंधन की अटकलें खूब चल रही हैं। इस बीच पवार परिवार में मिलन की चर्चा भी शुरू हो गई है। हाल ही में दोनों ओर से आए बयान काफी कुछ संकेत दे रहे हैं।
महाराष्ट्र की सियासत में बड़ी उठापटक की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मनसे और शिवसेना (यूबीटी) के बीच संभावित गठबंधनों की अटकलों के बीच अब पवार परिवार के साथ आने की चर्चा तेज हो चली है। बताया जा रहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दोनों गुट (शरद और अजित) पार्टी के 26वें स्थापना वर्ष का कार्यक्रम मनाने की तैयारी में जुटे हैं। इस बीच सामने आ रहा है कि दोनों पक्षों कार्यक्रम के दौरान विलय कर सकते हैं।
हाल ही में राज ठाकरे ने पिछले महीने फिल्म निर्माता महेश मांजरेकर के साथ एक इंटरव्यू में संकेत दिए थे कि मराठी मानुस के लिए वे शिवसेना यूबीटी से हाथ मिला सकते हैं। इसके कुछ घंटों बाद ही उद्धव ठाकरे ने भी इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी। इसके बाद ही दोनों पार्टियों में गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई थी। इसके बाद महाराष्ट्र के एक और बड़े सियासी परिवार के बीच गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि शरद पवार और अजित पवार साथ आ सकते हैं।
सुप्रिया सुले को लेना है अंतिम फैसला
हाल ही में एनसीपी (अजित पवार) के एक वरिष्ठ एमएलसी और करीबी सहयोगी अमोल मिटकरी ने कहा था कि अजित पवार और सुप्रिया सुले आषाढ़ी एकादशी (6 जुलाई) से पहले एक साथ आ जाएंगे। यह पहली बार नहीं था। इससे पहले पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि पार्टी में दो विचार है। एक यह है कि हम अजित के साथ फिर से जुड़ जाएं, जबकि दूसरा कहता है कि हमें भाजपा के साथ नहीं जाना चाहिए। इस पर अंतिम फैसला मेरी बेटी सुप्रिया सुले को लेना है।
अजित और सुप्रिया भी दे चुके हैं संकेत
शरद पवार के साथ ही सुप्रिया सुले और अजित पवार भी गठबंधन के संकेत दे चुके हैं। हाल ही में सुप्रिया सुले ने कहा था कि एनसीपी का गठन शरद पवार ने किया था। इस पार्टी में बहुत से लोगों ने भारी योगदान दिया है – यहां तक कि उन लोगों ने भी जो आज किसी दूसरी पार्टी में हैं। जबकि अजित पवार गुट ने कहा था कि अगर दूसरे पक्ष से कोई प्रस्ताव मिलता तो विचार करेंगे।
हालांकि दोनों गुटों ने कहा कि वे 10 जून को अलग-अलग स्थापना दिवस समारोह करेंगे। दोनों गुटों के कार्यक्रम पुणे में होंगे। शरद पवार सुबह के कार्यक्रम में विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे, जबकि अजित पवार उसी शाम पुणे में अपने गुट के स्थापना दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।