महाराष्ट्र: महायुति सत्ता में आई तो फडणवीस के हाथ हो सकती है राज्य की कमान
महायुति सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं और तीनों दलों के सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है। लेकिन, अब फडणवीस का नाम आने से मुख्यमंत्री को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी गठबंधन भाजपा, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी महायुति एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। महायुति के सत्ता में आने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन, गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को संकेत दिया हैं कि देवेन्द्र फडणवीस राज्य के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं। शाह ने सांगली जिले के शिराला में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि डेढ़ महीने पहले मैंने महाराष्ट्र का दौरा किया। प्रदेश में उत्तर महाराष्ट्र हो, कोकण हो, विदर्भ हो या मुंबई हर जगह लोग चाहते हैं कि महायुति की सरकार लाना है और देवेन्द्र फडणवीस को विजयी बनाना है।
शाह ने कहा कि केंद्र में मोदी की सरकार बन चुकी है राज्य में भी महायुति की सरकार बना दीजिए। डबल इंजन की सरकार महाराष्ट्र को देश का नंबर एक राज्य बनाने का काम करेंगी। चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह जनता से कहते नजर आए कि महायुति को जिताएं, देवेन्द्र फडणवीस को विजयी बनाएं। महाराष्ट्र की राजनीति के जानकारों का मानना है कि संकेत साफ हैं। इसलिए अमित शाह ने महायुति को वोट देने और देवेंद्र फडणवीस को विजयी बनाने की अपील की है।
फिलहाल, महायुति सरकार के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं और तीनों दलों के सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है। लेकिन, अब फडणवीस का नाम आने से मुख्यमंत्री को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि, देवेंद्र फडणवीस पहले ही कह चुके हैं कि चुनाव के बाद हालात देखकर बड़े नेता मुख्यमंत्री का फैसला करेंगे। लेकिन अमित शाह के बयान के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं।
हम साथ बैठेंगे फैसला करेंगे : अजीत पवार
देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने के अमित शाह के संकेत पर उपमुख्यमंत्री व एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा कि चुनाव के बाद हम साथ बैठेंगे और फैसला करेंगे। वहीं, शिवसेना नेता व पूर्व सांसद राहुल शेवाले ने कहा कि अमित शाह ने यह बयान भाजपा के वरिष्ठ नेता के तौर पर दिया है। चूंकि महागठबंधन के कई घटक दल एक साथ मिलकर लड़ रहे हैं, इसलिए नतीजों के बाद इस पर फैसला होना है।