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मां दुर्गा को लगाएं इन मिठाइयों का भोग

आज 3 अक्तूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है। वैसे तो सालभर में कुल 4 नवरात्रि आती हैं, लेकिन इनमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व काफी ज्यादा होता है।

शारदीय नवरात्रि में तो कई जगहों पर माता रानी के बड़े-बड़े पंडाल लगाए जाते हैं। इस दौरान माता रानी को तमाम पकवानों का भोग लगाया जाता है। इन पकवानों में खासतौर पर मिठाइयां शामिल होती हैं।

त्योहारों के दिनों में हर कोई मीठा खाना पसंद करता है, लेकिन दिक्कत सामने आती है डायबिटीज के मरीजों के सामने। वो चाह कर भी मिठाई नहीं खा सकते। ऐसे में अगर शारदीय नवरात्रि में आप ऐसी मिठाई बनाना चाहते हैं जिसे डायबिटीज के मरीज भी खा सकें, तो यहां हम आपको उसके कुछ विकल्प बताने जा रहे हैं।

सेब की खीर
सेब में पाए जाने वाली मिठास की वजह से आपको खीर में अतिरिक्त चीनी डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ये पेट भरने के साथ-साथ आपकी बॉडी के एनर्जी लेवल को भी बरकरार रखेगी। इसे तैयार करके आप माता रानी को भोग लगाकर व्रत में सेवन भी कर सकते हैं।

खजूर के लड्डू
खजूर काफी मीठा पहले से ही होता है। ऐसे में इसे तैयार करने के लिए आपको चीनी की बिल्कुल जरूरत नहीं पड़ेगी। तो आप बिना सोचे खजूर के लड्डू तैयार करें। बस ध्यान रखें कि इसे बनाने के लिए आपको ढेर सारी मेवा की जरूरत पड़ेगी।

श्रीखंड
श्रीखंड खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है। ऐसे में अगर आपको भी ये पसंद है तो आप शुगरफ्री श्रीखंड तैयार करें। आप घर पर पांच मिनट में शुगर फ्री श्रीखंड बना सकते हैं। इसे तैयार करने से लिए ताजे दही की जरूरत पड़ती है, जो खुद ही मीठा होता है। अगर आप चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ी सी चीनी मिक्स कर सकते हैं।

बादाम की बर्फी
ये काफी पौष्टिक होती है। इसे बनाने में चीनी का इस्तेमाल नहीं होता। ऐसे में इसे खाने से मधुमेह रोगियों का ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ने का खतरा नहीं रहेगा। बादाम की बर्फी बनाने के बाद उसमें ऊपर से भी बादाम लगाएं, ताकि ये देखने में और स्वादिष्ट लगे।

नारियल की बर्फी
नारियल में प्राकृतिक रूप से मीठापन होता है। ऐसे में आप बिना डरे नारियल से शुगर फ्री बर्फी तैयार कर सकते हैं। ये खाने में काफी स्वादिष्ट लगती है। इसे बनाना भी काफी आसान होता है। ऐसे में बिना सोचे आप भी घर पर ये बर्फी बनाएं और माता रानी को इसका भोग लगाएं।

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