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मान का चुनाव आयोग को पत्र: केजरीवाल की पंजाब पुलिस सुरक्षा फिर से बहाल करवाएं

सीएम भगवंत मान ने कहा कि 15 जनवरी को पंजाब पुलिस को अरविंद केजरीवाल पर हमले को लेकर जो इनपुट मिले थे, वह दिल्ली पुलिस के साथ साझा किए गए थे। लगातार केजरीवाल पर हमले को लेकर इनपुट मिल रहे हैं। ये इनपुट साझा करने के बावजूद पहले गृह मंत्रालय ने पंजाब पुलिस की सुरक्षा के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा से पंजाब पुलिस को हटाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उनके कन्वीनर केजरीवाल की सुरक्षा में दोबारा से पंजाब पुलिस की सुरक्षा बहाल करने की मांग की है।

सीएम मान ने कहा कि 15 जनवरी को पंजाब पुलिस को अरविंद केजरीवाल पर हमले को लेकर जो इनपुट मिले थे, वह दिल्ली पुलिस के साथ साझा किए गए थे। लगातार केजरीवाल पर हमले को लेकर इनपुट मिल रहे हैं। ये इनपुट साझा करने के बावजूद पहले गृह मंत्रालय ने पंजाब पुलिस की सुरक्षा के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया, उसके बाद आयोग से केजरीवाल की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस को हटवाया गया।

सीएम मान ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 15 जनवरी से अब तक अरविंद केजरीवाल पर कई जानलेवा हमले की कोशिशों को नाकाम कर दिया, इसलिए उनकी सुरक्षा से पंजाब पुलिस को हटाया गया है।

बंगाल के पंचायत चुनाव में पंजाब पुलिस जवान भेजे गए थे
सीएम भगवंत मान ने कहा कि बीते दिनों बंगाल में पंचायत चुनाव हुए तो वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे फोन कर यह कहा कि उन्हें केंद्र की फोर्स पर यकीन नहीं है, ममता बनर्जी ने पंजाब से पुलिस की टुकड़ी मांगी। पंजाब से बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए 5 हजार जवान भेजे गए थे, उसके एवज में शुल्क भी लिया गया था। सीएम ने केंद्र पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस भाजपा की कार्यकर्ता बन गई है। ऊपर से दिल्ली पुलिस को आदेश आए हैं कि दिल्ली चुनाव किसी भी सूरत में जीतना है।

आयोग सुरक्षित माहौल के साथ दूसरा विकल्प मुहैया कराए
सीएम मान ने कहा कि उन्होंने पत्र के जरिये न केवल केजरीवाल की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस की तैनाती को बहाल करने के लिए कहा है, बल्कि आयोग से यह शिकायत भी की है कि आप के कन्वीनर या वरिष्ठ नेता दिल्ली में कहीं भी चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं तो उन पर पत्थरों, डंडों से यहां तक की पेट्रोल नुमा तरल पदार्थों के जरिये हमले करने के कई सबूत और शिकायत दी गई हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस केस तक दर्ज नहीं कर रही है। ऐसे में सुरक्षित माहौल के अलावा पंजाब पुलिस की तैनाती को बहाल करने का विकल्प देने की मांग की है।

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