पंजाबराज्य

मान का विरोधियों पर पलटवार: बोले- उद्यमियों से हिस्सा मांगती थीं सरकारें

सियासी विरोधियों की ओर से उछाले जा रहे उद्योगों से पलायन के मुद्दे पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारें उद्यमियों से हिस्सा मांगती थीं, इसी बदकिस्मती की वजह से कई उद्योग पंजाब छोड़कर अन्य राज्यों में चले गए थे।

पुरानी सरकारों के नेता उद्योगों के लाभ में अपना हिस्सा तय करते थे, वे अपने बारे में सोचते थे, पंजाबियों के बारे में नहीं। जो औद्योगिक इकाइयां बाहर गईं, वे उन्हीं नेताओं से दुखी होकर गईं। अब आम आदमी पार्टी की सरकार ने यह सिस्टम खत्म कर दिया है और उद्योगों के लिए सकारात्मक माहौल दिया है। हमारी सरकार ने उद्योगों के लिए सिंगल विंडो-सिंगल पैन सिस्टम लागू किया है।

मान ने कहा कि पहली सरकारें भी सिंगल विंडो की बात करती थीं मगर उनकी सिंगल विंडों से भ्रष्टाचार की बहुत सारी खिड़कियां खुल जाती थीं। हम निवेश के लिए इंडस्ट्री के साथ सिर्फ एमओयू करने और उसका प्रचार करने में विश्वास नहीं रखते। हम निवेशकों से पूछते हैं कि आप किस दिन पंजाब आएंगे, हमारे लाइजनिंग अफसर आपके लिए तैयार रहेंगे, जो आपको विभिन्न साइट दिखाएंगे। उन्हें बताया जाता है कि सूबे में बिजली सस्ती है, कोयले की कमी नहीं है, युवाओं में टैलेंट और कुशलता भरपूर है और देश की राजधानी से दिल्ली की पंजाब की रेल, एयर व रोड कनेक्टिविटी बहुत सुलभ है। इसके अलावा निवेशकों को पंजाब की खासियत और कानून व्यवस्था की जानकारी देते हैं ताकि निवेश के लिए उनका विश्वास कायम हो सके। इसी का नतीजा है कि अब तक हमारे पास सवा लाख करोड़ से अधिक का निवेश आ चुका है।

पंजाब में कई बड़ी कंपनियों के प्लांट- मान
सीएम का दावा है कि जो उद्योग रूठकर चले गए थे, उनमें से भी बहुत से दोबारा निवेश करने का मन बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम पंजाबी हैं, बहुत बार गिरे भी हैं, बहुत बार उठे भी हैं, मगर जब उठते हैं, तो मुसीबतें छोटी हो जाती हैं। आज देश व विदेश की नामी-गिरामी कंपनियों में बहुत से पंजाबी है, जो अपनी कुशलता का लोहा मनवाते हैं। कई बड़ी कंपनियों के प्लांट पंजाब में है, वे भी भरोसी की वजह से टिके हैं। इनमें टाटा स्टील प्रमुख है, जिनका जमशेदपुर के बाद दूसरा बड़ा प्लांट पंजाब में तैयार है। 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और अब ये जल्द ऑपरेशनल हो जाएगा। सीएम ने कहा कि आप सरकार ने अपने कार्यकाल में दो से ढाई लाख युवाओं को प्राइवेट सेक्टर में रोजगार दिलवाया है। उम्मीद करते हैं कि बंगलुरु में उद्यमियों संग दो दिनी बैठकों के बार पंजाब में निवेश बढ़ेगा।

सरकार ने बंद किया पीएसआईईसी का अनुदान- बाजवा
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार एक ओर उद्योगपतियों से मिलते हुए उन्हें इन्वेस्ट पंजाब का न्योता दे रही है वहीं सरकार ने पंजाब लघु उद्योग और निर्यात निगम (पीएसआईईसी) से अनुदान सहायता में 243.73 करोड़ रुपये वापस ले लिया है। बाजवा ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि सरकार नए निवेशकों से खोखले वादे कर रही है और दूसरी तरफ उनका प्रशासन राज्य में पहले से चल रहे उद्योगों के लिए समर्थन प्रणाली को सक्रिय रूप से खत्म कर रहा है।

बाजवा ने नई औद्योगिक नीति को लागू करने में सरकार की देरी पर सवाल उठाया। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर पंजाब में उद्यमियों और निर्माताओं के सामने आने वाली जमीनी हकीकत को नजरअंदाज करते हुए पब्लिसिटी स्टंट करने का आरोप लगाया।

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