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मेलबर्न में टीम इंडिया हैट्रिक से चूकी, मेलबर्न में 12 साल बाद मिली हार

यशस्वी जायसवाल की जुझारू पारी के बावजूद भी टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट बचा नहीं सकी। बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 184 रनों से हरा दिया। इसी के साथ भारत का मेलबर्न में हैट्रिक लगाने का सपना टूट गया। भारत ने अपने पिछले दो ऑस्ट्रेलियाई दौरों (2018 और 2020) में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में जीत हासिल की थी। इस बार भारतीय टीम जीत के लिए जरूरी 340 रन नहीं बना पाई और हैट्रिक लगाने से चूक गई।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। इसके बाद टीम इंडिया ने 369 रन बनाए थे। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम 105 रनों की बढ़त लेकर उतरी थी। उसने अपनी दूसरी पारी में 234 रन बना भारत को 340 रनों का टारगेट दिया था जो टीम इंडिया हासिल नहीं कर सकी और मैच के आखिरी दिन सोमवार को 155 रनों पर ढेर हो गई। भारत 12 साल बाद एमसीजी पर हारा है। इससे पहले उसे इस मैदान पर हार साल 2012 में मिली थी। 2014 में भारत ने यहां ड्रॉ खेला था। 2018-19 और 2020-21 में भारत को जीत हासिल हुई थी। 

भारत के दिग्गज हुए फेल
एक बार फिर इस मैच में भारत के दिग्गज बल्लेबाज फेल हो गए। न रोहित शर्मा का बल्ला चला न विराट कोहली, केएल राहुल और ऋषभ पंत का। यशस्वी जायसवाल ने जरूर एक छोर संभाले रखते हुए उम्मीद बंधाई लेकिन उनको साथ नहीं मिला। पहले रोहित शर्मा उन्हें अकेला छोड़ गए। पैट कमिंस ने रोहित को नौ के स्कोर पर आउट किया। पांच गेंद खेलने के बाद राहुल भी कमिंस का शिकार हो गए। विराट कोहली सिर्फ पांच रन ही बना सके।

ऋषभ पंत ने कुछ देर साथ देने की कोशिश की। उन्होंने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और यशस्वी का साथ देने की कोशिश की, लेकिन इस मैच में बल्ले से फेल रहे ट्रेविस हेड ने गेंदबाजी में कमाल करते हुए पंत की पारी का अंत कर दिया। पंत ने 104 गेंदों का सामना करते हुए 30 रन बनाए।

यशस्वी शतक से चूके
रवींद्र जडेजा को स्कॉट बोलैंड ने दो रनों पर आउट कर दिया। यशस्वी टिके हुए थे और जडेजा के आउट होने के बाद मैदान पर आए पहली पारी के हीरो नीतीश कुमार रेड्डी। यहां लगा कि ये दोनों मिलकर मैच बचा लेंगे, लेकिन नाथन लियोन की फिरकी में नीतीश फंस गए और एक रन के निजी स्कोर पर स्टीव स्मिथ को कैच दे बैठे। इसके बाद यशस्वी जायसवाल भी आउट हो गए। हालांकि, उनका आउट होना विवादित रहा। मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया था। मेजबान टीम ने तीसरे अंपायर का सहारा लिया। रिप्ले में स्निको मीटर में कोई हलचल नहीं दिखी, लेकिन फिर भी तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट दे दिया। यशस्वी शतक से चूक गए।

यशस्वी ने 208 गेंदों पर 84 रन बनाए और अपनी पारी में आठ चौके मारे। उनके आउट होने के बाद भारत की हार तय लग रही थी। आकाशदीप (7), जसप्रीत बुमराह (0), मोहम्मद सिराज (0) लौट गए और भारत को हार का सामना करना पड़ा। भारत अब इस सीरीज में 1-2 से पीछे हो गया।

WTC Final का सपना टूटा
इसी के साथ भारत का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का सपना टूटता दिख रहा है। अब उसके लिए राह काफी मुश्किल हो गई है। भारत को फाइनल में जाने के लिए अब सिडनी में खेला जाने वाला आखिरी मैच जीतना हो होगा और उम्मीद करनी होगी कि ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका के खिलाफ दोनों टेस्ट मैच हार गए।

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