मैक्रों ने अमेरिका को चेताया, बोले- ‘ताइवान पर युद्ध हुआ तो होगे अकेले’

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन की सैन्य मदद को लेकर अमेरिका के उदासीन रुख पर नाखुशी जाहिर की है। चेतावनी दी है कि यूक्रेन को छोड़ने से अमेरिका की विश्वसनीयता को भारी नुकसान होगा, भविष्य में अगर ताइवान को लेकर चीन से संघर्ष छिड़ता है तो गठबंधन पर इसका असर दिखाई देगा। साथ खड़े होने में सहयोगी देश हिचकेंगे।
पहली बार इस बैठक से अमेरिका अनुपस्थित रहा
मैक्रों का यह बयान बुधवार को ब्रसेल्स में यूक्रेन समर्थक करीब 50 देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में अमेरिका की अनुपस्थिति के बाद आया है। यह बैठक यूक्रेन को हथियार और गोला-बारूद देने पर विचार के लिए हुई थी। लेकिन 40 महीने से जारी यूक्रेन युद्ध के दौरान पहली बार इस बैठक से अमेरिका अनुपस्थित रहा।
बैठक की अध्यक्षता ब्रिटेन और जर्मनी के रक्षा मंत्रियों ने की
नाटो मुख्यालय में हुई बैठक में अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ शामिल नहीं हुए। उनकी अनुपस्थिति में बैठक की अध्यक्षता ब्रिटेन और जर्मनी के रक्षा मंत्रियों ने की। हेगसेथ गुरुवार को ब्रसेल्स आएंगे और वहां होने वाली नाटो देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे।
बुधवार की बैठक से अमेरिका के दूर रहने को यूक्रेन युद्ध के प्रति उसके ठंडे रुख के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यूक्रेन की सैन्य मदद जारी रखने को लेकर भी अमेरिका उत्साहित नहीं है।
ब्रिटेन ने यूक्रेन को एक लाख ड्रोन देने का एलान किया
इसी बैठक के बाद ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जान हेली ने अप्रैल 2026 तक यूक्रेन को एक लाख ड्रोन देने का एलान किया है। इस बीच इसी महीने हेग में होने वाली नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) समिट में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को भी आमंत्रित किया गया है।
रूस ने कहा, हमलों में यूक्रेन संग पश्चिमी देश
रूस ने कहा है कि उसके नागरिक ठिकानों पर आतंकी हमलों में यूक्रेन के साथ पश्चिमी देश भी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल हैं। ये हमले डोनेस्क और लुहांस्क के उन इलाकों में हुए हैं जहां पर 2014 से रूस का कब्जा है। इसके अतिरिक्त क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाले समुद्र पर बने पुल पर भी हमला हुआ है लेकिन उसे विशेष नुकसान होने की सूचना नहीं है।
रूस के वायुसेना अड्डों पर यूक्रेन के ड्रोन हमलों की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जानकारी नहीं
रूस ने रविवार को दो रेल ब्रिज पर हुए विस्फोटों की जांच के बाद उन्हें आतंकी कृत्य माना गया है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया है कि रूस के वायुसेना अड्डों पर यूक्रेन के ड्रोन हमलों की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जानकारी नहीं थी।