हरियाणा में जुआ खेलना अथवा किसी मैच पर सट्टा लगाना संज्ञेय अपराध होगा क्योंकि हरियाणा सरकार इस संदर्भ में एक अध्यादेश लेकर आई है। शनिवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर चर्चा की गई। आचार संहिता के चलते मंत्रिमंडल की बैठक में कोई फैसला तो नहीं हुआ लेकिन जिन मुद्दों पर सहमति बनी है उन्हें मंजूरी के लिए चुनाव आयोग के पास भेजा जाएगा।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि प्रदेश सरकार मैच फिक्सिंग, जुआ और सट्टेबाजी के विरुद्ध एक अध्यादेश लेकर आई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार के बहुत से फैसले तो हमने लागू कर दिए हैं। अब प्रदेश में आचार संहिता लग चुकी है, इसलिए अब हम कोई फैसला नहीं ले सकते, लेकिन मंत्रिमंडल की बैठक में जो मुद्दे आए हैं, उन पर निर्णय लेने के लिए चुनाव आयोग के पास भेज रहे हैं।हरियाणा में कोई भी व्यक्ति ऐसी असामाजिक गतिविधियों में शामिल व्यक्ति को जुर्म में दोषी पाए जाने पर 7 साल की सजा और 7 लाख रुपए के जुर्माने का प्रविधान किया गया है। प्रदेश सरकार 5 अध्यादेश पहले ही ला चुकी है, जिन पर राज्यपाल अपने हस्ताक्षर कर चुके हैं, लेकिन उन्हें अभी विधानसभा में मंजूर नहीं करवाया जा सका है।
अचानक लग गई आचार सहिता पता ही नहीं लगाः नायब सैनी
मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी आचार संहिता लगने पर चुटकी लेते हुए कहा कि अचानक लग गई आचार संहिता पता ही नहीं चला। मुख्यमंत्री ने आचार संहिता लगने का पता होने के सवाल पर स्पष्ट किया उन्हें नहीं पता था कि आचार संहिता लगने वाली है। हालांकि, उनका इतना जरूर कहना था कि उनकी तैयारियां पूरी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग स्वतंत्र एजेंसी है, जो चुनाव आयोग ने फैसला लिया है, वह मंजूर है। मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने चुनाव आयोग द्वारा हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर की तारीखों के ऐलान का स्वागत किया।