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मोदी 3.0: हरियाणा को खास महत्व, मनोहर, इंद्रजीत व कृष्णपाल बने मंत्री

डबल इंजन से प्रदेश में विकास को रफ्तार मिलेगी और विस चुनाव के लिए मैदान तैयार हो गया है। भाजपा ने विधानसभा की 50 सीटें साधी हैं। पंजाबी, अहीर और गुर्जर वोट बैंक पर पार्टी की नजर है। विधानसभा चुनाव पर को लेकर अहीरवाल, जीटी बेल्ट, दक्षिण हरियाणा को तरजीह मिली है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में हरियाणा को बड़ी हिस्सेदारी मिली है। प्रदेश के पांच सांसदों में से तीन को मंत्रिपरिषद में जगह मिली है। मनोहर लाल, राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर को मंत्री बना कर भाजपा ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बिसात बिछा दी है। साथ ही केंद्र में इतना मजबूत प्रतिनिधित्व मिलने से राज्य में विकास को भी रफ्तार मिलेगी। अहीरवाल, जीटी बेल्ट व दक्षिण हरियाणा के 50 विधानसभा क्षेत्रों साधने की कोशिश भाजपा ने की है।

पहली बार सांसद बने और साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जबकि फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर को राज्यमंत्री का पद दिया गया है।

पहली ही बार संसद पहुंचे मनोहर का कद बढ़ाकर भाजपा ने साफ कर दिया है कि हरियाणा में भाजपा का बड़ा चेहरा मनोहर लाल ही रहेंगे। साथ ही जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों का ख्याल भी रखा है। प्रदेश में पंजाबी समाज के 13 प्रतिशत मतदाता हैं जबकि अहीर 6 और गुर्जर 5 फीसदी हैं।

क्षेत्रों के हिसाब से सीटों की बात करें तो अहीरवाल में 11, गुर्जर बाहुल 12 और पंजाबी बाहुल शहरी क्षेत्रों की 27 विधानसभा की सीटें हैं। माना जा रहा है कि हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा ने यह समीकरण बैठाए हैं। जाटलैंड को कोई हिस्सेदारी नहीं मिली, जबकि हैट्रिक लगाने वाले चौधरी धर्मबीर सिंह को इस बार आस थी।

जीटी बेल्ट को और मजबूत करने की कवायद
तीन लोकसभा क्षेत्रों अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल की 27 विधानसभा सीटें आती हैं। करनाल से मनोहर लाल दो बार मुख्यमंत्री रहे और पंजाबी समाज का बड़ा चेहरा है। उनको केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान देने से पंजाबी वोट बैंक मजबूत होगा। प्रदेश 30 शहरी विधानसभा सीटों में से 23 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां पर पंजाबी समुदाय हार जीत का फैसला करने में सक्षम है। इनमें करनाल, यमुनानगर, अंबाला, पानीपत सिटी, रोहतक, हांसी, सोनीपत समेत कई बड़े कस्बों में पंजाबी बड़ी भूमिका में हैं। शहरी सीटों पर पंजाबी मतदाता अधिक है और यह भाजपा का परपंरागत वोट बैंक है।

गुर्जर पर इसलिए
हरियाणा में गुर्जर समाज के छह प्रतिशत मतदाता हैं। कृष्ण पाल गुर्जर हरियाणा में भाजपा का बड़ा चेहरा हैं और प्रदेशाध्यक्ष भी रहे चुके हैं। खासकर प्रदेश की 12 सीटों पर गुर्जर समाज मतदाताओं का दबदबा है। इनमें जगाधरी, कालका, समालखा, इसराना, कैथल समेत फरीदाबाद लोकसभा की हथीन, होडल, पलवल, तिगांव, पृथला, फरीदाबाद व बल्लभगढ़ शामिल हैं।

अहीरवाल समाज का बड़ा प्रभाव
राव इंद्रजीत सिंह अहीरवाल का बड़ा चेहरा हैं। हरियाणा के अस्तित्व में आने के बाद से उनके परिवार का यहां पर दबदबा है। राव का अहीरवाल की 12 सीटों पर सीधा प्रभाव है और वह यहां पर हार जीत के समीकरणों को बदलने का मादा रखते हैं। इनमें बावल, कोसली, अटेली, रेवाड़ी, पटौदी, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, नारनौल, नांगल चौधरी, सोहना, बादशाहपुर विधानसभा सीट शामिल हैं। लोकसभा चुनावों में यहां भाजपा को लीड मिली थी।

मनोहर लाल : कैबिनेट मंत्री
स्नातक, उम्र 70 साल : 5 मई 1954 को रोहतक में जन्म
हरियाणा का बड़ा पंजाबी चेहरा, दो बार मुख्यमंत्री रहे, मोदी के पार्टी महासचिव रहते हुए हरियाणा में संगठन के लिए काम किया।
-2.54 करोड़ की संपत्ति, 34.90 सालाना आय
-अविवाहित, अपना कोई घर नहीं, दान में दी जमीन

राव इंद्रजीत सिंह : राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
– एलएलबी, उम्र : 74 :11 फरवरी 1950 को रेवाड़ी में जन्म
यादव समाज का बड़ा चेहरा, 1998 में पहली बार चुने गए सांसद
-छठी बार सांसद व लगातार पांचवीं बार मंत्री बने, दो बार कांग्रेस की यूपीए सरकार में भी मंत्री रह चुके
-121 करोड़ से अधिक की संपत्ति, लग्जरी कारों और भवनों के हैं मालिक

कृष्णपाल गुर्जर : राज्यमंत्री
एलएलबी, उम्र : 66 : 4 सितम्बर 1957 मेवला, महाराजपुर फरीदाबाद में जन्म
दक्षिण हरियाणा का बड़ा ओबीसी चेहरा, 2008 में हरियाणा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रहे
लगातार तीसरी बार मंत्री बने, पार्षद के रूप में शुरू किया था सफर, हरियाणा सरकार में मंत्री भी रहे
-कुल 62 करोड़ 58 लाख रुपये की संपत्ति

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