कारोबार

म्यूचुअल फंड्स में निवेश का मास्टर प्लान

Finance Ke Funde की सीरीज के तीसरे एपिसोड में हम म्यूचुअल फंड्स के प्रकार, उनके फायदे और निवेश के सही तरीकों के बारे में जानेंगे। इस एपिसोड में म्यूचुअल फंड्स को मुश्किल से आसान बनाने के लिए हमने बातचीत की VSN Financial Services के Director, Bhavesh Garg से।

म्यूचुअल फंड्स को अक्सर जटिल वित्तीय साधन माना जाता है, लेकिन सही जानकारी और योजना के साथ यह धन-संपत्ति बनाने का एक शक्तिशाली जरिया बन सकते हैं। भावेश गर्ग ने हाल ही में म्यूचुअल फंड्स के प्रकार, उनके लाभ और निवेश की रणनीतियों पर अपने अनुभव साझा किए। आइए उनके मुख्य बिंदुओं को विस्तार से समझते हैं। अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी लेना चाहते हैं तो इस वीडियो को यहां पूरा देख सकते हैं।

म्यूचुअल फंड्स का वर्गीकरण
भावेश गर्ग के अनुसार, म्यूचुअल फंड्स को तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा जा सकता है:

Equity Mutual Funds : यह कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं और लंबी अवधि में संपत्ति बनाने के लिए उपयुक्त हैं। इनके उप-प्रकारों में लार्ज-कैप, मिड-कैप, स्मॉल-कैप, और फ्लेक्सी-कैप फंड्स शामिल हैं।
Debt Mutual Funds : ये फंड बॉन्ड्स, डिबेंचर्स और सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं और स्थिर रिटर्न प्रदान करते हैं।
Hybrid Mutual Funds : ये इक्विटी और डेट का मिश्रण होते हैं, जो जोखिम और रिटर्न का संतुलन प्रदान करते हैं।
भावेश कहते हैं कि “4,000 से ज्यादा म्यूचुअल फंड विकल्पों में से सही चयन के लिए इन श्रेणियों की सरल समझ होना जरूरी है।”

जोखिम और रिटर्न का गणित
निवेश में जोखिम और रिटर्न का संतुलन जरूरी है। जहां स्मॉल-कैप फंड्स ज्यादा रिटर्न देते हैं, वहीं ये ज्यादा अस्थिर होते हैं। और उनमें रिस्क ज्यादा होता है। लार्ज-कैप फंड्स स्थिरता प्रदान करते हैं और नए या सावधान निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हैं। भावेश गर्ग कहते हैं, “जोखिम और रिटर्न साथ-साथ चलते हैं। निवेशकों को अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाना चाहिए।”

युवाओं के लिए निवेश की रणनीति
युवा निवेशक अपनी जोखिम लेने की क्षमता के कारण इक्विटी फंड्स में SIP से शुरुआत कर सकते हैं। भावेश कहते हैं, “नियमित निवेश करें और समय-समय पर SIP में टॉप-अप करते रहें। यह लंबी अवधि में संपत्ति बनाने का सबसे सरल तरीका है।”

आदर्श पोर्टफोलियो कैसे बनाएं?
भावेश के अनुसार, निवेशकों को 4 फंड्स का पोर्टफोलियो रखना चाहिए:
Large Cap Fund : स्थिरता के लिए।
Mid-Cap Fund : मध्यम विकास के लिए।
Small-Cap Fund : लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न के लिए।
Thematic Fund : विविधता और अतिरिक्त लाभ के लिए।

बाजार में उतार-चढ़ाव का सामना कैसे करें?
भावेश कहते हैं, “मार्केट में उतार-चढ़ाव से घबराने के बजाय लंबी अवधि के अपने लक्ष्यों पर ध्यान दें। सरल, सटीक और लंबे समय तक टिके रहने वाला निवेश ही सबसे प्रभावी होता है।” भावेश गर्ग ने म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए तीन अहम सुझाव भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरल शुरुआत करें और नियमित निवेश को आदत बनाएं, अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार योजना बनाएं और SIP को अपनाएं और इसे बनाए रखें।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “जल्दबाजी से बचें और अनुशासित निवेश करें। यही वित्तीय सफलता की कुंजी है।” उनके ये सुझाव म्यूचुअल फंड्स की उलझनों को सुलझाने और निवेशकों को आत्मविश्वास के साथ निवेश करने में मदद करते हैं। अगर आप भी Mutual Fund में निवेश करना चाहते हैं तो आप इस सीरीज से जुड़कर Mutual Fund के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Related Articles

Back to top button